Jan 22, 2018
उमरिया। आल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन के तहत बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में प्रदेश के ग्यारह वन मंडल के अधिकारीयों का प्रशिक्षण जारी हो गया है। टाइगर एक्सपर्ट के मुताबिक बाघ गणना की वैज्ञानिक तकनीकी और पद्धति, पांच फरवरी से शुरू होगी जिससे देश भर में बाघों की गणना की जाएगी।
पांच फरवरी से देश में होने वाली बाघ गणना के मद्देनजर बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में आल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन के तहत प्रदेश के ग्यारह वन मंडलों के अधिकारीयों को गणना का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश के टाइगर एक्सपर्ट वन अधिकारीयों को बाघ गणना की वैज्ञानिक तकनीकी और पद्धति की जानकारी दे रहे हैं।
बता दें वर्ष 2014 की गणना में कई खामियां निकलकर सामने आई थी जिससे प्रदेश में मौजूद बाघों का सही आकलन नहीं हो पाया था इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रदेश के सभी टाइगर रिजर्वों एवं सामान्य वन मंडल में मौजूद बाघों का आधुनिक पद्धति से सही आकलन करने के लिए अधिकारीयों को तकनीकी की सही जानकरी देना है। जिससे 2014 में हुई गलतियाँ दोहराई न जा सकें।
पार्क प्रबंधन के मुताबिक बाघों के रहवास के आस—पास ट्रांजिक लाईन बनाकर कैमरा ट्रेप के माध्यम से गणना की जाएगी। जिससे बाघों की संख्या के वास्तविक आंकडे सामने आए, पार्क प्रबंधन का दावा है की इस बार बाघों की गणना के दौरान पुनरावृत्ति न हो इसका ख़ास ध्यान रखा जायेगा। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है, जो कैमरा ट्रेप में किसी बाघ की दोबारा फोटो आने पर स्वयं डिलीट कर देगा।