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केसर स्पा कैसे बना जौहर कुंड........

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Jul 13, 2017

ग्वालियर : करीब 500 साल पहले ग्वालियर पर सिकंदर लोदी ने आक्रमण किया। राजा मानसिंह तोमर उससे युद्ध करने पहुंचे। जैसे ही युद्ध में राजा के मरने की खबर फोर्ट पर बने मानमंदिर पैलेस में आई, रानियों ने तुरंत उस केसर स्पा को जौहर कुंड में बदल दिया और दुश्मन के आने से पहले अपने को आग के हवाले कर दिया। जब लोधी दुर्ग में पहुंचा तो उसे रानियों की राख ही मिली।

ग्वालियर का अजेय दुर्ग और उस पर बना मानमंदिर पैलेस, इतिहास समेटे हुए हैं। राजा मानसिंह तोमर कला और संगीत प्रेमी राजा था। उसने दुर्ग पर ग्वालियर के सैंड स्टोन का एक पैलेस बनवाया। इसे नाम दिया मानमंदिर। इस मान मंदिर पैलेस में राजा की 8 रानियां रहती थीं। मानमंदिर पैलेस के बेसमेंट में रानियों के लिए स्पेशल स्पा वाला बाथरूम था। बाथरूम के पास ही एक ऐसा इंतजाम था, जिसमें आठों रानियां एक साथ झूले झूल सकें। लोधी के युद्ध करके मरे राजा मान सिंह का इसी हिस्से में केसर कुंड बना हुआ था। रानियां इस केसर कुंड में नहाती थीं। 1526 में ग्वालियर पर अचानक सिकंदर लोदी ने आक्रमण कर दिया। राजा मान सिंह अपनी सेना के साथ लोदी को रोकने के लिए दुर्ग से निकल पड़े। ग्वालियर से 12 किमी दूर महाराजपुरा मैदान में राजा मान सिंह और सिकंदर लोदी की सेनाओं की भिड़त हुई और जमकर युद्ध हुआ। इस युद्ध में राजा मान सिंह की मौत हो गई। मौत की खबर जैसे ही मानमंदिर पैलेस में आई, वैसे ही रानियां परेशान हो गई। इस बीच पता चला की लोदी के सैनिक दुर्ग पर कब्जा करने आ रहे हैं। इस खबर ने रानियों को बैचेन कर दिया। जिस केसर वाले स्पा में रानियां गुलाब की पंखुड़ियों के साथ स्नान करती थीं, उसका पानी तुरंत खाली कराया गया और कुंड में आग लगा दी गई। केसर स्पा को जौहर कुंड बना दिया गया। इसके बाद एक-एक करके राजा मान सिंह की आठों रानियां कूद पड़ी और लोदी के सैनिक आते, उसके पहले वे आत्मदाह कर चुकी थीं। जब सैनिक आए तो उन्हें केवल रानियों की राख मिली। इस मामले में इतिहासकार पुनीत दिवेदी बताते हैं कि लोदी के आक्रमण ने एक राजा के केसर स्पा को जौहर कुंड में बदल दिया और अब इसे पुरातत्व विभाग ने बंद कर दिया हैं।