Oct 10, 2017
इंदौर : सबसे पुराने सियागंज किराना थोक बाजार को शिफ्ट करने की कवायद सालों से चल रही हैं, लेकिन अब तक सियागंज शिफ्ट नहीं हो पाया। अब एक बार फिर इस बाजार को शिफ्ट करने की कवायद शुरू हो गई हैं। लोहा मंडी शिफ्ट करने के बाद अब प्रशासन सख्त हो गया हैं।
इंदौर के सबसे बड़े थोक किराना बाजार सियागंज के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण ने 1989 से 92 के बीच ही स्कीम 54 पीयू 4 बना दी थी, लेकिन व्यापारियों को दिए गए प्लॉट की रजिस्ट्री 2006 में हुई हैं। 200 होल सेल व्यापारी थे, जिन्हें प्लॉट दिए गए, लेकिन अब तक सियागंज से यह व्यापारी नहीं हट रहे हैं।
अब यहां के छोटे बड़े व्यापारियों की संख्या 800 के लगभग हो गई हैं। हालांकि इंदौर विकास प्राधिकरण अब सियागंज को शिफ्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। जिला प्रशासन से मदद लेकर जिला प्रशासन और इंदौर विकास प्राधिकरण मिलकर सियागंज को शिफ्ट करने की तैयारी में हैं।
अब देखना होगा आखिर कब तक और कैसे यह बाजार शिफ्ट होता हैं। हालांकि वर्तमान में लोहा मंडी पूरी तरह से शिफ्ट कर दी गई हैं। जिसको लेकर प्रशासन काफी सख्त हैं, लेकिन सियागंज के मामले में जो प्लॉट व्यापारियों को दिए गए थे।
उसमें ज्यादातर प्लॉट व्यापारी दे चुके हैं और इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त से नहीं हुई हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन सालों पुराने थोक किराना के बाजार सियागंज को कैसे सेट करते आता हैं।