Jun 26, 2019
अज़हर शेख- इंदौर नगर निगम के कर्मचारी के साथ हुई मारपीट की शिकायत करने 8 साल का बच्चा एसपी ऑफिस पहुंचा। जहां उसने अपने मूकबधिर माता-पिता पर हुए अत्याचार की शिकायत एएसपी से की। उसके माता-पिता दोनों ना ही बोल सकते हैं और ना ही सुन सकते हैं। वे अपने साथ हुई मारपीट की घटना को पुलिस अधिकारी को इशारों में समझाने का प्रयास कर रहे थे, जो उनका 8 साल का मासूम बेटा बताने में सक्षम नहीं था।
एएसपी ने मामले की जांच सीएसपी को सौंपी
दरअसल इंदौर के जोशी मोहल्ला के रहने वाले मनीष शिंदे नगर निगम कर्मचारी है। उनका पडोसी मनीष आहोर उनसे आए दिन विवाद करता रहता है। कल शाम वे जब नगर निगम से अपनी ड्यूटी कर लौटे तो उनका पड़ोसी मनीष आहोर अपने घर की नाली सफाई कर गन्दी उनके घर के सामने फेंक रहा था। जब इस बात का विरोध उन्होंने किया तो पड़ोसी ने उन्हें और उनकी पत्नी रुपाली शिंदे के साथ मारपीट की। जिससे मनीष शिंदे के सिर में गहरी चोट आई। ये पूरा घटना क्रम उनका 8 साल का बेटा देख रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने भी पीड़ित की कोई मदद नहीं की। चूँकि पीड़ित मनीष और उनकी पत्नी रुपाली शिंदे मूकबधिर हैं, वे ना ही बोल सकते है और ना ही सुन सकते हैं। इस पूरी घटना क्रम को उनके बेटे ने एएसपी क्राइम ब्रांच अमरेंद्र सिंह के सामने बताया कि कैसे उनके माता-पिता के साथ मारपीट हुई और पुलिस भी आई तो उनकी कोई मदद नहीं की। मामले में एएसपी ने सीएसपी को जाँच सौंपी है।