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भगवान भरोसे जिला चिकित्सालय पन्ना की एक और लापरवाही आई सामने

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Feb 25, 2019

गणेश प्रसाद विश्वकर्मा- पन्ना जिला चिकित्सालय जो कि हमेशा ही अपनी लचर व्यवस्थाओं और लापरवाहियों की वजह से सुर्खियों में बना रहता है। पन्ना जिला चिकित्सालय में लम्बे समय से डॉक्टरों की कमी बनी हुई है, जिसका खामियाजा मरीजों और उनके परिजनों को भुगतना पडता है। शासन के द्वारा गरीब और असहाय लोगों को लिये निःशुल्क उपचार के लिये लाखों करोड़ों रूपये भी खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन फिर भी उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।

पन्ना में नहीं कोई भी सोनाग्राफी करने का डॉक्टर, सतना से हफ्ते में एक दिन सोनाग्राफी करने का है एग्रीमेंट

ताजा मामला पन्ना के सोनोग्राफी और एक्स रे सेंटर का है। जहां मरीजों और गर्भवती महिलाओं की जांच और सोनोग्राफी करवाने के लिये पन्ना जिले में कोई भी कुशल डॉक्टर नहीं है। इस वजह से पड़ोसी जिले सतना से एक डॉक्टर से कांट्रैक्ट करके हफ्ते में रविवार का दिन सुनिश्चित किया गया था। लेकिन कई हफ्तों से डॉक्टर सोनोग्राफी करने नहीं आ रहे हैं। जिस कारण से मरीज और गर्भवती महिलायें परेशान हैं। मरीजों की माने तो डॉक्टरों के द्वारा मनमाने तरीके से काम किया जाता है। दूर-दूर से मरीज़ अपना किराया भाड़ा लगा कर आते हैं और पन्ना जिले में प्राईवेट सोनोग्राफी न होने की वजह से सभी लोग या तो पड़ोसी जिले सतना या छतरपुर में करवाने को मजबूर हैं। पैसे वाले लोग तो बाहर जा कर सोनोग्राफी करवा लेते हैं, लेकिन गरीब लोग सोनोग्राफी करवाने के लिये दर-दर भटकते रहते हैं, जिनकी सुनने वाला कोई नहीं है।

फिर भी नहीं आते डॉक्टर, लम्बे इंतीजार के बाद वापस हताश घर लौट जाते हैं मरीज

मरीज़ों का कहना है कि लंबे इंतज़ार के बाद भी डॉक्टर नहीं मिलते, जिसकी वजह से कई बार मरीज़ों को हताश होकर लौट जाना पड़ता है। वहीं जब इस पूरे मामले में जिला चिकित्सालय पन्ना के सीएमएचओ से बात की गई तो उनका कहना था कि हमें आपके माध्यम से मामले की जानकारी लगी है। पन्ना जिले में सोनोग्राफी के लिये पृथक से कोई डॉक्टर न होने की वजह से सिविल सर्जन के द्वारा सतना के डॉक्टर के द्वार एग्रीमेंट किया गया है। मामले की जानकारी लेने के बाद एग्रीमेंट का दिन बढ़वाने की बात कर मामले से अपना पल्ला झाडते हुये नज़र आये।