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बीजापुरी के वीर सपूत धीरज सिंह को शहीद का दर्जा दिए जाने के बाद भी परिवार को नहीं मिला योजनाओं का लाभ

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Jan 28, 2019

शिवराम बर्मन - घटना 20 जून 2017 की दरमियानी रात की है जब राज्यसभा सांसद चौधरी मुनव्वर सलीम विदिशा से झांसी जा रहे थे घटना का शिकार हुए धीरज सिंह को लेकर परिजन और तत्कालीन क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने धीरज को शहीद का दर्जा देने की मांग मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार से की थी मांग मानी भी गई और स्वर्गीय धीरज सिंह को शहीद का दर्जा दिया भी गया।

शिवराज सरकार ने किया था शहीद के परिवार से वादा

उस समय की शिवराज सरकार ने शहीद धीरज के परिजनों को भोपाल बुलवाकर उन्हे शहीद परिवार को मिलने वाली सभी योजनाओं का लाभ दिए जाने का वादा किया था लेकिन आज डेढ़ साल बीत जाने के बावजूद शाहीद के परिवार का आरोप है कि न तो उन्हें एक करोड़ रुपये श्रद्धा निधि दी गई और न ही उनके गांव में शहीद धीरज सिंह का स्मारक बनवाया गया यहां तक राष्ट्रीय पर्वो में शहीद जवान के परिजनों को आमंत्रित नही किया जाता। जो शहीद जवान और उसके परिजनों का अपमान है।

भाजपा सरकार ने नहीं किया वादा पूरा

मध्यप्रदेश की तत्कालीन शिवराज सरकार में शहीद का परिवार खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं परिवार का आरोप है कि जो दावे और वादे तत्कालीन सरकार ने शहीद के परिवार से किए थे वे आज तक पूरे नहीं हो पाए वहीं जब ईनाडु इंडिया की टीम शहीद के परिवार के गांव हालात का जायजा लेने पहुंची तो चर्चा के दौरान परिवार घटना को याद कर फूट फूट कर रोने लगा शहीद की मां दसिया बाई और पिता राम लाल मरावी के आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे शहीद बेटे के जाने का दुख बेहद बड़ा था उस मां-बाप के लिए जिन्होंने अपना जवान बेटा गवां दिया लेकिन उससे भी बड़ा दुख उन्हे आज तक हो रहा है जो दुख तत्कालीन भाजपा सरकार ने उन्हें दिया है वादा पूरा न करके।

शहीद के परिवार ने की शिकायत

शहीद धीरज सिंह के परिवार का आरोप है कि आज दिन तक उनकी शासन-प्रशासन में पूछपरख नहीं की शहीद के पिता रामलाल मरावी ने वर्तमान सरकार से मांग की है कि घोषणा के अनुसार उन्हें जल्द से जल्द एक करोड़ की राशि प्रदान की जाए और शहीद धीरज सिंह का स्मारक गांव में बनवाया जाए।