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नाव हादसा मामला : कलेक्टर ने जारी किए निर्देश, अब क्रेन से होगा मूर्तियों का विसर्जन

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Sep 14, 2019

दुर्गेश गुप्ता : राजधानी भोपाल में हुए नाव हादसे को लेकर पूरी राजधानी में मातम पसरा हुआ है, वहीं पुलिस प्रशासन और निगम प्रशासन मिलकर कुछ अहम कदम उठाने जा रही है मगर इसकी कीमत नाव संचालकों को चुकानी पड़ेगी। दरअसल पुलिस औऱ निगम प्रसासन ने नाव संचालकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वह दुर्गा मूर्ति और गणेश विसर्जन नावों से नहीं कर पाएंगे लिहाजा अब क्रेन से मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा।

नाव और गोताखोर संचालकों की ली बैठक
बता दें कि खटला पुरा हादसे के बाद पुलिस प्रशासन होश में आता दिखाई दे रहा है। भोपाल के कंट्रोल रूम में डीआईजी इरशाद वली ने नाव और गोताखोर संचालकों की बैठक ली। जिसमें उनका कहना है कि नवरात्रि के बाद जो विसर्जन होगा उसमे सभी विसर्जन घाट पर क्रेन का उपयोग हो जिससे हादसा न हो। वहीं पिछले 7 तारीख को आईजी योगेश देशमुख की बैठक में निर्देश दिए थे कि विसर्जन करते समय नाव के पास रस्सी बांधी जाए और एनडीआरएफ़ की मौजूदगी में विसर्जन किया जाए लेकिन ऐसा विसर्जन के समय कुछ भी दिखाई नहीं दिया।

दुर्घटना के बाद कलेक्टर ने जारी किए निर्देश
राजधानी भोपाल में शुक्रवार को हुई दुर्घटना के बाद कलेक्टर ने बैठक बुलाई और इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए कलेक्टर भोपाल ने आज से आदेश दिए हैं कि अब से नाव से प्रतिमाओं का विसर्जन नहीं होगा अब प्रशासन प्रतिमाओं का विसर्जन करेगा साथ ही अब विसर्जन के लिए जलाशयों के किनारे प्लेटफॉर्म बनाए जायेंगे। प्लेटफार्म से ही प्रतिमाएं विसर्जित होंगी। 

कलेक्टर के आदेश से नाव चालक असंतुष्ट
गौरतलब है कि कलेक्टर के इस नए आदेश से नाव चालक असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। नाव चालकों ने बताया कि विसर्जन के दौरान ही नाव चालकों की कमाई हो पाती थी अब अगर विसर्जन नाव के द्वारा बंद करवा दिया जाएगा, तो इन सभी नावचालकों की रोजी रोटी पर संकट आ जाएगा। साथ ही नाव चालकों ने यह भी बात कही की इस आदेश को बदलने के लिए वह सभी कलेक्टर को पत्र भी लिखेंगे।