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मंडलाः रिश्वतखोर डॉक्टर लोकायुक्त के शिकंजे में, रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार

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Sep 17, 2019

अमित चौरसिया - मंडला में इन दिनों डॉक्टरों के ऊपर लगातार संकट छाया हुआ है। इसके पहले लगातार तीन डॉक्टरों के ऊपर लोकायुक्त की कार्यवाही हो चुकी है। वहीं कल फिर शासकीय अस्पताल में कार्यरत डॉ अशोक यादव सर्जन को मरीज के ऑपरेशन के बदले में पीड़ित से 6000 की रिश्वत लेते हुए जबलपुर लोकायुक्त ने फिर रंगे हाथ पकड़ा है।

रिश्वत लेते हुए बड़े और जिम्मेदार अधिकारी हो रहे बेनकाब

मण्डला में भ्रष्टाचार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। लगातार कम समय में भ्रष्टाचार के कई मामले मंडला में सामने आए हैं। जिसमें रिश्वत लेते हुए बड़े और जिम्मेदार अधिकारी बेनकाब हुए हैं। इसके पहले भी जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉ सुनील मुराली 5000 की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त के द्वारा रंगे हाथ पकड़े गए थे। उसी प्रकार से जिला पंचायत में पदस्थ  समन्वयक के पद में कर्मचारी को भी लोकायुक्त ने 10,000 नगद रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। शासकीय अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर अशोक शर्मा को भी 15 हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं कल फिर शासकीय अस्पताल मंडला में कार्यरत डॉ अशोक यादव सर्जन को रिश्वत लेते हुए जबलपुर लोकायुक्त ने पकड़ा है। आवेदक प्रमोद कुमार नरेती पिताश्री सोनू लाल नरेती उम्र 38 साल ग्राम मुडाडीह पोस्ट बकोरी तहसील एवं जिला मंडला द्वारा अपने पिता के हर्निया के ऑपरेशन के एवज में डॉ अशोक यादव ने 10000 की मांग की थी। जिसमें 6000 रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त जबलपुर ने दिनांक 17 सितंबर 2019 को डॉ के निवास स्थान पर डॉक्टर सुनील कुमार यादव मंडला को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। लोकायुक्त उप पुलिस अधीक्षक जेपी वर्मा जबलपुर की टीम द्वारा छापे की कार्यवाही की गई।