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बड़वाहः ग्रामीणजनों ने गाँव में लगने वाली क्रेशर मशीन पर जताई आपत्ति, ब्लास्टिंग से तालाब के क्षतिग्रस्त होने की संभावना

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Sep 17, 2019

भूपेंद्र सेन - खरगोन जिले के बड़वाह से करीब 25 किलोमीटर दूर बागोद के समीप ग्राम दौलतपुरा निवासियों ने अपने गाँव के अंतर्गत लगने वाली क्रेशर मशीन कार्य के निमार्ण को लेकर पूर्व में जिला कलेक्टर को शिकायत की थी। शिकायत में समस्त ग्रामीणजनों ने बताया कि ग्राम दौलतपुरा के पास काला पाठा तालाब है, जो करीब 40-50 वर्ष पुराना है। तालाब के पास बागोद निवासी ललित जायसवाल का खेत होने के साथ ही उनके द्वारा शासन से अन्य जमीन लीज पर भी ली गई है। जहां से इस तालाब की दूरी करीब 500 से 700 फिट है और वहीं से वन विभाग की जमीन भी शुरू होती है। जहां पर ललित जायसवाल द्वारा गिट्टी की थ्रेशर मशनी लगाने के उद्देश्य से उनके द्वारा करीब 2 साल पहले प्रशासन से सहमति ली गई थी। जहां बहुत ही जल्द क्रेशर मशीन के साथ ही खदान में ब्लास्टिंग कार्य भी किया जाएगा। आपको बता दें कि ग्रामीणों का कहना है कि इस ब्लास्टिंग करने के दौरान नजदीक स्थित तालाब फूटने की संभावना है,  क्योंकि यह तालाब काफी पुराना है और उस तालाब से लगी करीब 300 से 500 एकड़ भूमि सिंचित हो रही है। यदि किसी कारण से तालाब क्षतिग्रस्त होता है तो दौलतपुरा गाँव के सारे लोग काम काज से प्रभावित हो सकते है।

ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम और माइनिग अधिकारियों ने जांच कर बनाया पंचनामा

अगर तालाब फुट गया तो उसका जिम्मेदार कौन रहेगा, जबकि गिट्टी लेने के दौरान आने वाले बड़े वाहन भी दौलतपुरा गांव से आना जाना करेंगे। जिससे गाँव के छोटे बच्चे, महिलाओं को हमेशा दुर्घटना का भय बना रहेगा। इस प्लांट को शूरू करने के लिए लगने वाले ट्रांसफार्मर के दौरान 11 केवी की विद्युत लाइन भी बीच गांव से होकर लोगों के घरों के ऊपर से निकाली गई है। ग्रामीणों की शिकायत पर मंगलवार सुबह बड़वाह एसडीएम मिलिंद ढोके एवं जिला माइनिग अधिकारियों ने इस मामले की जांच कर पंचनामा बनाया है। वहीं आवेदनकर्ता ललित जायसवाल का कहना है कि मेरे द्वारा नियमानुसार दस्तावेज एवं अधिकारियों के जांच के अनुसार मुझे क्रेशर मशीन डालने की परमिशन 2017 में जिला कलेक्टर द्वारा दी गई है। जिस जमीन पर ग्रामीण ब्लास्टिंग की बात कह रहे हैं, उस जमीन पर हमारे द्वारा क्रेशर मशीन की फिटिंग की जाएगी।