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सुविधा और सुरक्षा के नाम पर धोखा, हॉस्पिटल से निकल रहे जहरीले जानवर 

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Apr 18, 2018

इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल  का कायाकल्प लगातार जारी है। लेकिन कायाकल्प जैसी कोई सुविधा और सुरक्षा यहां पर नजर नहीं आ रहे है। चाहे वह मरीजों के इलाज से संबंधित हो या फिर सुरक्षा से संबंधित हो ऐसे मामले लगातार एमवाय हॉस्पिटल में सामने आ रहे है जिन्हे देखकर अनुमान लगाया जा सकता है कि किस तरह से एमवाय में इलाज के लिए आ रहे मरीजों को असुविधाओं से जूझना पड़ता है।

इंदौर का एमवाय हॉस्पिटल प्रदेश का सबसे पड़ा सरकारी  हॉस्पिटल है। और इस एमवाय हॉस्पिटल में इलाज के लिए दूर दूर से मरीज आते है। लेकिन यदि हम बात करे यहां की स्वास्थ्य सेवाओं की तो  वह काफी लचर है। और ऐसी ही अव्यस्था लगातार सामने आई है जब एक महिला मरीज को परिजन इलाज  के लिए एमवाय  हॉस्पिटल में लेकर आये अब महिला मरीज की हालत काफी ख़राब थी वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। तो मरीज के परिजन उससे खुद ही उठाकर इलाज के लिए एमवाय केजुएल्टी में पहुंचे एमवाय हॉस्पिटल में  इस तरह के मामले लगातर सामने आते है कि किसी मरीज को जब इलाज के लिए एमवाय हॉस्पिटल में लेकर आया जाता है तो उससे केजुएल्टी तक ले जाने के लिए  इस्टेक्चर भी नहीं मिलता 

वही  दुसरा मामला सुरक्षा को लेकर एमवाय हॉस्पिटल लगातार सुर्खियों में बना  रहता है  जहा कभी मरीज के परिजन और डॉक्टरों के बिच विवाद हो जाता है वही एमवाय हॉस्पिटल के अंदर जहरीले जानवर भी घूमते हुए मिल जाते है ताजा मामला सामने आया केजुएल्टी के वहा पर जब एक अजगर कैजुल्टी के वहा पर घूम रहा था तो आम तौर पर कैजुल्टी  में मरीजों का इलाज किया जाता है  और वहा पर अजगर का मिलना सुरक्षा व्यवस्था पर काफी प्रश्न खड़े करता है। फिलहला अजगर का मिलना एमवाय केम्पस में नहीं बात  नहीं है  दो साल पहले भी एमवाय हॉस्पिटल की मर्चुरी में चार अजगर के बच्चे मिले थे जिन्हे पकड़ कर चिड़ियाघर को दे दिए थे।

इंदौर के एमवाय  हॉस्पिटल का लगातर कायाकल्प का काम चल रहा है। तकरीबन दो से ढाई सालो से एमवाय हॉस्पिटल की व्यवस्थाओ को दुरस्त करने के साथ ही ही जो व्यवस्था एमवाय हॉस्पिटल की बंद पड़ी हुई है उसमे बिल्डिंग से लेकर इलाज की जो व्यवस्था सालो से खराब थी उन्हें भी कायाकल्प के माध्यम से दुरस्त किया जा रहा है। लेकिन उसके बाद भी इस तरह के नजारे सामने आने के बाद एमवाय प्रबधक की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए है।