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जीवाजी यूनिवर्सिटी के मल्टीआर्ट कॉम्प्लेक्स के निर्माण में भ्रष्ट्राचार

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Jul 10, 2018

ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी के मल्टीआर्ट कॉम्प्लेक्स के निर्माण को लेकर लोकायुक्त पुलिस ने कुलसचिव को निर्माण संबंधी जानकारी लेकर भोपाल तलब किया है कुलसचिव को 18 जुलाई को पूरी जानकारी के साथ लोकायुक्त पुलिस के सामने पेश होना है दरअसल पिछले साल अप्रैल में बनकर तैयार हो जाने की गाइडलाइन के साथ 14 करोड रुपए इस मल्टी कल्चरल आर्ट कॉम्प्लेक्स के लिए निर्धारित किए गए थे लेकिन एक साल से ऊपर का समय बीत जाने के बाद यह कॉम्प्लेक्स विवादों में घिर गया है।

इस बीच मल्टीआर्ट कॉम्प्लेक्स की लागत 9 करोड़ रुपए बढ़ गई खास बात यह है कि पीआईयू से देरी के लिए हर भुगतान पर छह परसेंट की राशि वसूलने थी लेकिन ना तो मल्टी आर्ट कल्चरल कॉम्प्लेक्स निर्धारित मापदंडों के अनुरूप बना और ना ही उसका कोई भुगतान काटा गया यहां तक कि पीआईयू को एडवांस में पैसे दिए जाते रहे खास बात यह है कि विश्वविद्यालय के पूर्व फाइनेंस कंट्रोलर ने इसकी शिकायत कुलाधिपति एवं राज्यपाल और मुख्य सचिव से की थी उन्होंने दस्तावेजी सबूत के साथ इसके निर्माण में भारी अनियमित्ताओं के आरोप लगाए थे। 

बहरहाल इसी पर लोकायुक्त पुलिस ने जांच शुरू की खास बात यह है कि अब विश्वविद्यालय के प्रोसेसर भी इसके निर्माण में हुई गड़बड़ियों की जांच की बात कह रहे हैं ऐसे में देखना होगा कि अब लोकायुक्त पुलिस इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ क्या एक्शन लेती है।

 किस तरह से गडबड़ी हुई मल्टी आर्ट कॉम्प्लेक्स में 

• अनुबंध के अनुसार मार्च 2017 तक पूरा काम हो जाना था लेकिन 2018 में भी 70 फीसदी काम होना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। 

• मल्टीआर्ट कॉम्पलेक्स के निर्माण के लिए जेयू प्रबंधन ने मार्च 2015 में 1 करोड़ 37 लाख रुपए का एडवांस भुगतान किया था इसके बाद जेयू 6 करोड़ रुपए का भुगतान बाद में कर चुकी है। 

• एडवांस राशि का ब्याज करीब 12 लाख रुपए प्रतिमाह होता है जिसका नुकसान जेयू को हर माह हो रहा है। 

• 30 एमएम के ग्रेनाइट के स्थान पर 19 एमएम के ग्रेनाइट का इस्तेमाल किया गया है। 

• कई ऐसे काम इस मल्टी आर्ट कॉम्पलेक्स में किए गए है जो स्वीकृति ड्राइंग डिजाइन के विपरीत हैं। 

• मसलन ग्रिड प्लास्टर के स्थान पर सामान्य प्लास्टर किया जा रहा है। 

• पार्किंग में सीसी फ्लोरिंग के स्थान पर कोटा स्टोन लगाया गया है।