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श्योपुरः जनपद पंचायत विजयपुर की ग्राम पंचायत आरौदा में हुआ करोड़ों का भ्रष्टाचार

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Aug 12, 2019

हेमकुमार तिवारी- ग्राम पंचायत आरौदा के सहायक सचिव भूपेंद्र धाकड़ जब से सहायक सचिव ग्राम पंचायत में नियुक्त हुए हैं, तब से अब तक जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। कुछ वर्ष पहले सहायक सचिव भूपेंद्र धाकड़ ने पंचायत के कार्यों में झूठी प्रोग्रेस दर्शा कर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से अवार्ड हासिल करने में कामयाब हो गए। तभी से अधिकारियों की नजर में सहायक सचिव भूपेंद्र धाकड़ ईमानदार माने जाने लगे। सहायक सचिव ने इसी का फायदा उठाते हुए अधिकारियों द्वारा किए गए सम्मान की आड़ में कई मृतकों के नाम फर्जी मस्टर भरकर लाखों रुपए की शासकीय राशि निकाल ली। इतना ही नहीं सचिव द्वारा शिक्षकों और अपने भाई सहित सरपंच पति के नाम से भी फर्जी बिल मस्टर लगाकर लाखों रुपए की राशि निकाली गई। करन मोती नाम का कोई भी व्यक्ति गांव में नहीं रहता है, फिर भी करन मोती के नाम से कपिल धारा कुआं के पैसे निकाले गए और कई सीसी रोड़ तलैया चेक डैम जैसे निर्माण कार्यों में जमकर लीपापोती की गई है। सहायक सचिव भूपेंद्र धाकड़ की हालत नौकरी मिलने से पहले बहुत ही खस्ता थी, मगर जब से सहायक सचिव बने हैं, तब से लेकर अब तक करोड़ों के मालिक बन गए हैं।

फर्जी प्रोग्रेस दर्शा कर सहायक सचिव भूपेन्द्र धाकड़ ने किया अवॉर्ड हासिल

जब सचिव के कारनामों की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की जाती है तो जनपद से लेकर जिले तक के अधिकारी इनकी शिकायत पर ध्यान नहीं देता है और शिकायत नजरअंदाज कर दी जाती है क्योंकि उन्होंने प्रोग्रेस का षड्यंत्र रच कर अधिकारियों से अच्छा काम करने का अवार्ड हासिल कर लिया है। इसी की आड़ में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। और भी कई सबूत ऐसे हैं जिनसे सचिव को जेल सहित रिकवरी निकलना तय है, मगर प्रशासन के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का सचिव को संरक्षण मिल रहा है। अगर ग्राम पंचायत आरौदा की जांच विशेष अधिकारियों की टीम द्वारा कराई जाए तो सचिव के कारनामे सहित करोड़ों का भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है।