May 23, 2018
डेंगू मच्छर की तादात कालोनियों में न बढ़ सके इस को लेकर कॉलरी प्रबन्धन ने बरसात आने से पहले घर घर मच्छर मारने की दवा का छिड़काव करा रही है मजदूर द्वारा एक महिला के घर मे दवा का छिड़काव करते वक़्त घर मे अकेली रह रही महिला अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी थी और मच्छर का दवा छिड़क रहे दलित मजदूर को पता नही चल सका कि दवा के प्रभाव से महिला बेहोश हो चुकी है।
दलित मजदूर पर लगाया बलात्कार का आरोप
इसी बीच पड़ोस की रहने वाली एक महिला मच्छर मारने वाला द्वाक छिड़काव हो रहे घर मे आई तो देखकर दंग रह गई आनन फानन में महिला ने दवा छिड़क रहे दलित मजदूर पर बलात्कार जैसा संगीन आरोप मढ़ दिया शोर शराबा से पड़ोस के लोग इक्कठे हो गए मच्छर के काटने से डेंगू जैसे खतरनाक बीमारी से लोगो को बचाने वाला मजदुर को अपना जान बक्स देने की लाख मिन्नते और भीख मांगना पड़ा।
बिना सच जाने किया गया अत्याचर
लेकिन बिना सच को जाने आम लोगों ने दलित मजदूर गोगा बंसल की घण्टो लात घूसों से पिटाई करते रहे मजदूर का हाँथ बांधा गया आधे सर के बाल काट दिए गए आधे मूछों को मुड़ दिया गया गाली गलौज की गई और मजदूर स्वम को निर्दोष कहता रहा लेकिन तमाशबीनो ने उसकी एक न सुनी।
पुलिस ने भी की ताबड़तोड़ पिटाई
आम लोगो की बात तो छोड़िए रक्षा करने आये पुलिसकर्मी भी दलित मजदूर पर टूट पड़ा लोगों से पिट रहा दलित मजदूर गोगा बंसल जब पुलिस को देखा तो उसे थोड़े समय के लिए लगा कि पुलिस आ गई है उसे भीड़ के निर्मम पिटाई से बचा लेगी लेकिन पिट रहे मजदूर को जल्द पता चल गया कि आम लोगों की तरह पुलिस भी सरे आम उसकी ताबड़तोड़ जूतों और लात घूसों से पिटाई करेगी बदहवास मजदूर दया की भीख मांगता रहा लेकिन किसी फिल्मी सीन के तरह फूल टाईम ड्रामा घण्टो चलता रहा पुलिस कर्मी रामपाल मिश्रा बिजुरी थाना में हवलदार के पद पर पदस्त हैं जब वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस अधीक्षक अनूपपुर सुनील कुमार जैन ने तत्काल जूतों से पिटाई कर रहे पुलिसकर्मि रामपाल मिश्रा को निलंबित कर दिया गया है।
बेहोश हुई महिला की नही सुनी किसी ने
जब महिला को होश आया तब महिला ने सच बताई की उसके सांथ दुष्कर्म नही हुआ है मजदूर बेकसूर है लेकिन किसी ने भी उस महिला की एक न सुनी घण्टो चले इस पिटाई से दवा छिड़क रहे मजदूर की पसली की हड्डी टूट चुकी है और कई जगहों पर गम्भीर चोटें आई हुई है जिसका इलाज मनेन्द्रगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कर इलाज चल रहा है
पुलिस का काम भीड़ को काबू करना होता है न कि भीड़ के सांथ मिलकर जूतों से ताबड़तोड़ पिटाई करना बिना सच को जाने और समझे गुस्साई भीड़ जब ऐसी कोई हरकत करता है तो भीड़ की न समझी किसी की जान पर आफत बनकर टूटता है जिसका उदाहरण अनूपपुर जिले के बिजुरी से सामने आया है।