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होशंगाबादः कलेक्टर और एस डी एम के बीच विवाद, रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के मामला

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Sep 14, 2019

देवेंद्र पटेल - रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले में होशंगाबाद जिला इतना बदनाम हो चुका है कि अब कलेक्टर और एसडीएम भी आमने-सामने हैं। कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह और होशंगाबाद एसडीएम रविश श्रीवास्तव के बीच गुरुवार-शुक्रवार की आधी रात को कलेक्टर बंगले पर हुआ विवाद मध्य प्रदेश में सुर्खिया बन गया है। एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि रात को मैं अवैध रेत परिवहन की जांच पर था। इसी दौरान मुझे कलेक्टर बंगले से फोन कर बुलाया गया। जब मैं वंहा पहुंचा तो एक जमीन की फाइल के मामले में प्रताड़ित किया गया। तीन घंटे तक मुझे बंधक बनाया गया। इसके बाद मेरा सरकारी वाहन भी वहीं रह गया। मैं पैदल वापस आया और बाहर तहसीलदार की गाड़ी ने मुझे घर तक छोड़ा। वहीं कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह का कहना है कि एसडीएम के सारे आरोप गलत है। उनकी कई शिकायतें मिल रही थी। उनके पास फ़ाइल थी तो वह फाइल लेकर कोर्ट जाना था। एसडीएम को पद से हटा दिया गया है। यह प्रशासनिक व्यवस्था है। एसडीएम रवीश श्रीवास्तव मीडिया के कैमरों के सामने सिर्फ यह कह रहे हैं कि मैं कल हुए घटनाक्रम की जानकारी लिखित उच्चाधिकारियों को दे रहा हूँ। फाइल के मामले में एसडीएम का कहना है कि मुझे कोई भी लिखित आदेश नहीं था।

एसडीएम का आरोप, 3 घण्टे तक बंगले में बंधक बनाकर रखा

बीती रात होशंगाबाद कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह के बंगले पर कलेक्टर और एसडीएम रवीश श्रीवास्तव के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मामला होशंगाबाद में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन से जुड़ा है। एसडीएम के आरोप हैं कि कुलामडी रेत स्टॉक पर अवैध परिवहन की कार्रवाई करने से मुझे रोककर बंगले बुलाया गया। मेरी गाड़ी छीन ली गई। मोबाइल भी बंगले के सिपाहियों ने छीनने की कोशिश की। मुझे 3 घण्टे तक बंगले में बंधक बनाकर रखा गया। एसडीएम ने दिन में मीडिया से कहा कि मैं सिविल सेवा संहिता से जुड़ा हूँ इसलिए अभी कुछ नहीं कह सकता। प्रमुख सचिव जीएडी से अपनी बात रख रहा हूँ। वहीं कलेक्टर ने मीडिया से कहा कि एसडीएम की शिकायतें आ रहीं थीं, इसलिए उन्हें हटाया गया। क्या शिकायतें थीं इस पर कलेक्टर ने कहा कि जांच कर बताएंगे। एसडीएम के आरोप गलत हैं उन्हें एक एक आवश्यक फ़ाइल के लिए बुलाया था, जो वह नहीं दे रहे थे। वहीं एसडीएम ने कहा कि फ़ाइल नहीं देने की कोई बात नहीं, पावती मांगी गई थी, 45 करोड़ की जमीन का मामला है। यदि एक कागज भी हट गया तो शासन को नुकसान होगा, आखिर कौन जवाबदार होगा।

एसडीएम रवीश श्रीवास्तव और कलेक्टर के बीच आधी रात को कलेक्टर बंगले पर क्या हुआ। यह सुर्खिया बना हुआ है। मीडिया के सामने दोनों अधिकारी अपनी अपनी सफाई दे रहे हैं।