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जिला अस्पताल बना कबाड़ खाना, जगह-जगह पसरी गंदगी

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May 27, 2018

हरदा जिला अस्पताल का हमेशा से ही विवादों से नाता रहा है कभी मरीजों को रेफर करने तो कभी समय से डॉक्टर नहीं आने तो कभी मरीजों से इलाज के नाम पर डॉक्टरों के द्वारा पैसे की डिमांड के मामले सामने आते रहे हैं कलेक्टर अनय द्विवेदी के अस्पताल को सफाई से रखने के निर्देशों को ठेंगा दिखाया जा रहा है वही हरदा विधायक डॉ आर के दोगने ने तो जिला अस्पताल के डॉक्टरों पर मरीजों से पैसा लेकर इलाज करने का सीधा सीधा आरोप लगाया है।

एक दो वार्ड को छोड़ हर वार्ड में गंदगी

जिला अस्पताल के एक दो वार्ड को छोड़ हर वार्ड में गंदगी पसरी नजर आ रही है सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत सेंगर का कहना है कि मेरे द्वारा प्रतिदिन अस्पताल का निरीक्षण किया जाता है मुझे तो कही भी गंदगी नजर नहीं आती जबकि कैमरे में शूट वार्ड की तस्वीरे यहां की वास्तविक हकीकत को बयां करती नजर आ रही है अस्पताल की दीवारे पान तंबाकू के पीक से सनी नजर आ रही है वही टॉयलेट की गंदगी से तो मरीजों का जाना और बदबू से मरीजों का वार्ड में रहना मुश्किल हो रहा है।

कूलर में ना तो पीने का पानी है और ना ही वार्डो में

जिला अस्पताल में लगे वाटर कूलर में ना तो पीने का पानी है और ना ही वार्डो में लगे कूलरों में पानी भरा जा रहा है।मरीज भीषण गर्मी में इलाज कराने को मजबूर हैं।प्रसूति वार्ड में तो कुछ मरीज तो अपने घर से पंखा लाकर गर्मी से निजात पा रहे हैं।जब पानी की समस्या को लेकर सिविल सर्जन डॉ सेंगर से बात की गई तो उनके द्वारा पानी की कमी को लेकर नगर पालिका को पत्र लिखने की बात कही गई।

स्टाफ हर समय मुख्य गेट से नदारत

अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीजों को खुद स्ट्रेचर से अपने मरीज का लाना ले जाना पड़ता है यहां का स्टाफ हर समय मुख्य गेट से नदारत रहता है इस सब के अलावा अन्य कई समस्या है जिसने इलाज के लिए आने वाले लोगों को जूझना पड़ता है सरकार भले ही मरीजो को अच्छी सेवाएं उपलब्ध कराने के दावे करती हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है सरकारी अस्पताल की साफ़ सफाई भगवान भरोसे हो रही है वही डॉक्टरों की मनमानी से मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।