Loading...
अभी-अभी:

जबलपुर की गोरखपुर पुलिस ने सुलझाया हर्ष पांडे की मौत का रहस्य

image

Aug 2, 2018

विश्वजीत राजपूत : जबलपुर की गोरखपुर पुलिस ने हर्ष पांडे की मौत का मामला सुलझा लिया है पुलिस का कहना है कि हर्ष पांडे ने नाकाम प्यार की वजह से आत्महत्या की है हर्ष पांडे ने बीते दिनों भूमिका अपार्टमेंट से कूदकर जान दे दी थी। हर्ष पांडे की मौत को संदिग्ध माना जा रहा था लेकिन पुलिस ने जब हर्ष पांडे की मोबाइल को खंगाला तो पूरी तस्वीर साफ हो गई हर्ष एक लड़की से प्यार करता था लेकिन जब हर्ष ने देखा कि लड़की किसी और के साथ दोस्ती कर रही है तो हर्ष से सहन नही हुआ और उसने आत्महत्या कर ली।

पुलिस ने पूरी पड़ताल सीसीटीव फुटेज और मोबाइल पर मौजूद सबूतों के आधार पर की हैं पुलिस का कहना हैं कि परिवार को बच्चों के मोबाइल चेटिंग पर ध्यान देना चाहिये
वो स्कूल में पढ़ने के दौरान प्यार के किस्से आम है साथ में पढ़ने वाले लड़के लड़कियां आपस में एक दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं यह सिलसिला स्कूल तक चलता है लेकिन स्कूल से निकलने के बाद बच्चे बड़े हो जाते हैं और सामान्य तौर पर एक दूसरे से अलग हो जाते हैं फिर यह बातें किस्सों में ही रह जाती हैं लेकिन कुछ मामलों में ऐसा नहीं होता जबलपुर में हर्ष पांडे के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ हर्ष पांडे अपने साथ पढ़ने वाली एक लड़की के प्यार में पड़ गया स्कूल खत्म होने के बाद हर्ष के साथ ही लड़की दूसरे कॉलेज चली गई शायद उसके दिमाग से प्यार का फितूर भी खत्म हो चुका था लेकिन हर्ष इतनी जल्दी उसको भूलने को तैयार नहीं था इसलिए हर्ष ने लड़की से मिलना जुलना जारी रखा लड़की खूब समझाती रही कि अब बात पुरानी हो गई है लेकिन हर्ष के दिमाग से प्यार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था इसी दौरान लड़की अपने साथ पढ़ने वाले एक लड़के के साथ Facebook पर हर्ष को नजर आई बात बहुत ही सामान्य थी लेकिन यह उसके दिल को चोट कर गई और हर्ष ने जबलपुर की भूमिका अपार्टमेंट की छत से कूदकर जान दे दी।

पहले पहल तो मामला हत्या का लग रहा था पुलिस को भी बातें समझ नहीं आ रही थी लेकिन जब हर्ष के मोबाइल को खंगाला गया तब यह चैटिंग सामने आई इस चैटिंग में हर्ष ने आत्महत्या करने के ठीक पहले लड़की से जाने की बात कही थी और ठीक है इसके बाद हर्ष  ने बिल्डिंग से छलांग लगा दी जिसमें हर्ष की मौत हो गई इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं छोटे बच्चों में मोबाइल के जरिए होने वाली चैटिंग कितनी खतरनाक हो सकती है यह भी साबित कर दिया है पुलिस का कहना है कि लोगों को अपने जवान छोटे बच्चों के साथ समय गुजारना चाहिए ताकि वह उनकी भावनाओं को समझ सके और हर्ष ऐसी घटना दोबारा ना हो सके। 

हर्ष की घटना ने सबको चौंका दिया है क्योंकि मोबाइल पर आपका बच्चा किससे बात करता है किस तनाव में है या किस उन्माद में है यह जानकारी सामान्य तौर पर परिवार को नहीं होती और मोबाइल पर पूरा परिवार कुछ इस कदर बिजी है कि एक दूसरे के मामलात में समय नहीं दे पा रहा है यदि परिवार ने हर्ष की बातों को सुना होता तो शायद यह घटना ना घटती।