Loading...
अभी-अभी:

दमोहः मूसलाधार बारिश के बीच रोजाना सैकड़ों जिंदगियां जाती है मौत के मुँह में

image

Jul 10, 2019

प्रशांत चौरसिया- मध्यप्रदेश में विकास के दावों के बीच जो जमीनी हकीकत है वो सबको हिला कर रख देती है। सूबे के दमोह से कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जिन्हें देखने के बाद आप विकास को तलाशते रहेंगे और एक दो नहीं बल्कि हर दिन सैकड़ों जिंदगियों की जान जोखिम में डालने की हकीकत जानने के बाद, यही कहेंगे कि भगवान् ना करे किसी की जान जाए।

मप्र के साथ दमोह में इन दिनों मूसलाधार बारिश का कहर है। चारों तरफ पानी ही पानी है और इस पानी से आई आफत से लोग दो-चार हो रहे हैं। अब आइये दिखाते हैं कुछ ऐसी ही तस्वीरें दमोह जिले के पिपरिया से सामने आई हैं जो आपको झकझोर देंगी।

सिस्टम की नाकामी की तस्वीरें सामने

मासूम की पीठ पर स्कूल बैग है और खुद अपने बुजुर्ग दादा की पीठ पर है। लड़की स्कूल जाना चाहती है और जा भी रही है लेकिन स्कूल तक जाने के लिए उसे जिंदगी को दांव पर लगाना  पड़ रहा है, क्योंकि जो रास्ता स्कूल तक जाता है, उस रास्ते पर एक बड़ा नाला है और बड़े नाले पर पुल नहीं है। लोगों ने एक लकड़ी का पुल बनाया है और चार गांव के सैकड़ों लोगों के लिए पुल पार करने के लिए एक यही चारा है। सिर्फ यही मासूम नहीं बल्कि इन गावों के सैकड़ों लोग रोजाना इसी पुल से आवागमन करते हैं। बारिश के दिनों में पुल पर खतरा मड़राता रहता है लेकिन जिंदगी की गाड़ी चलाने के लिए ये सब करना लोगों की मजबूरी है।

सालों से कोई नहीं करा पाया हालात ठीक

हर बार बारिश के दिनों में गांव कई-कई दिनों के लिए पानी में कैद हो जाता है। बीमार लोगों को इलाज नहीं मिल पाता, तो बच्चे स्कूल नहीं जा पाते और जो जाने की कोशिश करते हैं उन्हें जोखिम उठाना पड़ता है। इस जोखिम में जानलेवा खेल भी लोग खेल लेते हैं और इस खेल के पीछे मजबूरी ही है जो सब करा रही है। बहरहाल साफ़ है कि आज़ादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी लोगों को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ रही है और ये तस्वीरें सिस्टम को शर्मशार करने के लिए पर्याप्त है।