Aug 17, 2019
दशरथ सिंह कट्ठा- इन तस्वीरों को देखकर इस कहावत को आप जरूर याद करेगे की जिंदगी और मौत के सफर के बीच वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है। एक वीडियो झाबुआ जिले के एकमात्र सबसे बड़े रेलवे स्टेशन मेघनगर के प्लेट फ्रॉम नंबर 2 का वायरल हुआ है। ट्रेन क्रमांक 69188 दाहोद से भोपाल की ओर जाने वाली मेमू सवारी ट्रेन 13 अगस्त को शाम 5 बजकर 10 मिनट पर मेघनगर प्लेट फॉर्म नबर 1 पर पहुंची। इस ट्रेन को झाबुआ अलीराजपुर रतलाम की लाइफ लाइन ट्रेन भी कहा जाता है। यह ट्रेन लोकल सवारी ट्रेन होने से कई आदिवासी लोग इस ट्रेन में सफर करते हैं।
जान बचाने के लिए युवक पटरी के बीच गया लेट
मेमु ट्रेन स्टेशन पर पहुंचने के बाद एक आदिवासी युवक प्लेटफार्म नंबर 2 से 1 नंबर प्लेटफार्म पर रेलवे लाइन कोर्स करके जा रहा था। तभी सामने से अचानक एक मालगाड़ी फास्ट डाउन से अप को जाने वाली मेन रेलवे ट्रैक पर आती हुई दिखाई देती है। तभी हताहत हुआ एक आदिवासी घबराकर बिना कुछ सोचे समझे अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन की पटरियों के बीच सो जाता है और आगे का दृश्य जैसा कि आपको वीडियो में दिख रहा है ट्रेन तेज रफ्तार से बिना रुके व्यक्ति के ऊपर से निकल जाती है और थोड़ी ही देर बाद आदिवासी युवक आसपास लोगों की मदद से खड़ा होकर लड़खड़ाता हुआ सामने खड़ी मेमो ट्रेन में सवार हो जाता है। जिंदगी और मौत के सफर में मौत को चकमा देकर एक बार फिर जिंदगी जीत गई। आखिर वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है।