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काशी महाकाल एक्‍सप्रेस में एक सीट महादेव के लिए आरक्षित करने पर सियासत

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Feb 17, 2020

इंदौरः वाराणसी से इंदौर के बीच रविवार को आरंभ हुई काशी महाकाल एक्‍सप्रेस में एक सीट को देवों के देव महादेव के लिए आरक्षित करने और उसे मंदिर का रूप देने पर सियासत शुरू हो गई है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने महाकाल एक्‍सप्रेस को हरी झंडी दिखाने वाले पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। ओवैसी ने ट्वीट कर पीएम मोदी को भारतीय संविधान की प्रस्‍तावना का स्मरण कराया है। ओवैसी ने इस ट्वीट के माध्यम से इशारों ही इशारों में ट्रेन की एक सीट को शिव मंदिर में बदलने पर आपत्ति जाहिर की है।

20 फरवरी से चलेगी काशी महाकाल एक्‍सप्रेस

AIMIM प्रमुख ने पीएम नरेंद्र मोदी को यह बताने का प्रयास किया है कि संविधान इस बात की घोषणा करता है कि भारत एक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और गणतंत्र राष्ट्र है। भारतीय रेलवे का यह कदम 'संविधान की आत्‍मा' कहे जाने वाले प्रस्‍तावना के विरुद्ध है। दरअसल, वाराणसी से इंदौर के बीच आरंभ हुई काशी महाकाल एक्सप्रेस की एक सीट को शिव मंदिर का रूप दिया गया है। मंदिर में शिव की प्रतिमा भी लगाई गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस ट्रेन का उद्घाटन किया था। ट्रेन के कोच बी5 की सीट नंबर 64 को महादेव का मंदिर बनाया गया है। यह ट्रेन 20 फरवरी से परिचालन में आएगी।