Sep 15, 2025
स्वामी रामभद्राचार्य के विवादित बयान पर मचा बवाल: मुस्लिम महिलाओं पर टिप्पणी से सियासी हंगामा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में चल रही रामकथा के दौरान जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने मुस्लिम महिलाओं और इस्लाम पर विवादित बयान दिया, जिससे पूरे देश में हंगामा मच गया है। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं को 'यूज एंड थ्रो' बताते हुए 25-25 बच्चों और तीन तलाक पर टिप्पणी की, जबकि हिंदू धर्म में महिलाओं को देवी का स्वरूप बताया। यह बयान पश्चिमी यूपी को 'मिनी पाकिस्तान' कहने वाले उनके पिछले बयान के बाद आया है।
बयान का विवरण
मेरठ के विक्टोरिया पार्क में सातवें दिन रामकथा में स्वामी रामभद्राचार्य ने महिलाओं की स्वतंत्रता और शिक्षा पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस्लाम में महिलाओं की दुर्गति होती है, जहां एक महिला से 25-25 बच्चे पैदा कराए जाते हैं और वृद्धावस्था में 'तलाक तलाक तलाक' देकर छोड़ दिया जाता है। हिंदू धर्म में महिलाएं 'देवी मां' का रूप हैं और मां को पिता से बड़ा दर्जा मिलता है। अन्य धर्मों में उन्हें 'बेबी' या 'बीवी' कहा जाता है। उन्होंने ज्यादा संतान पैदा करने को नरक का कारण बताया और 2-3 बच्चों तक सीमित रहने की सलाह दी। साथ ही, बच्चों को कॉन्वेंट या मदरसे न भेजकर सरस्वती विद्यालय में संस्कारी शिक्षा देने की अपील की।
विवाद और अपडेट
स्वामी के बयान ने सोशल मीडिया और राजनीतिक दलों में तूफान ला दिया। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने इसे मुसलमानों और पश्चिमी यूपी का अपमान बताया। विपक्षी दलों ने इसे ध्रुवीकरण का प्रयास करार दिया। अपडेट के अनुसार, 15 सितंबर 2025 तक कोई कानूनी पेशी या कोर्ट केस दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन ऑनलाइन शिकायतें बढ़ रही हैं। स्वामी ने स्पष्टीकरण में कहा कि उनका उद्देश्य सनातन मूल्यों को बढ़ावा देना था, न कि किसी धर्म का अपमान। हिंदू संगठनों ने उनका समर्थन किया, जबकि मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी। रामकथा समाप्त हो चुकी है, लेकिन विवाद जारी है।