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ग्वालियरः लोकसभा चुनाव को देखते हुये जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां की पूरी

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Mar 22, 2019

धर्मेन्द्र शर्मा- लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। जिला प्रशासन को चुनाव की तैयारियों के साथ-साथ इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने की भी चिंता है, इसलिए विधानसभा चुनाव के बाद लगातार चुनाव के प्रति जागरुकता फैलाई गई। प्रशासन ने लक्ष्य रखा है कि मतदान प्रतिशत इस बार 60 से अधिक हो। पिछले लोकसभा चुनाव का प्रतिशत 52.88 प्रतिशत रहा था, जो 2009 के लोकसभा चुनाव से करीब 11 प्रतिशत अधिक था। दरअसल साल 2014 के लोकसभा चुनाव में ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में 17 अप्रैल को मतदान हुआ था।

60 प्रतिशत से अधिक मतदान का लक्ष्य

चुनाव में बम्पर मतदान हुआ और मतदान का प्रतिशत 52.88 पहुंच गया। सबसे अधिक मतदान शिवपुरी जिले के पोहरी विधानसभा में हुआ, जबकि सबसे कम मतदान भितरवार विधानसभा में हुआ। पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार करीब 11 प्रतिशत मतदान अधिक हुआ था। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में ग्वालियर में 41.12 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसको लेकर प्रशासन ने जवाब-तलब किया था। हालांकि गत चुनाव में मतदान प्रतिशत बढऩे से प्रशासन गदगद रहा। इस बार भी जिला प्रशासन ने संसदीय क्षेत्र का मतदान प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। प्रशासन का लक्ष्य है कि इस बार 60 प्रतिशत से अधिक मतदान हो। इस बार क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है। वहीं प्रशासन इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन व वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जाँच पूरी कर ली है। एफएलसी के दौरान मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधिगण के साथ डेमों भी हो गए है। साथ ही मतदाता सूचियों के संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत अभी भी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि दावे एवं आपत्तियां प्रस्तुत कर सकते हैं। साथ ही मतदान केन्द्रों के संबंध में भी सुझाव दिए जा सकते हैं। वहीं जिन राजनैतिक दलों ने अभी तक अपने बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) की सूची नहीं दी है, वे जल्द से जल्द यह सूची जिला निर्वाचन कार्यालय को उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं।