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इटारसी में बनेगा मध्यप्रदेश का दूसरा फुटबॉल सेंटर, खेल मंत्री ने की घोषणा

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Sep 17, 2018

कुशाल कुमार - खेल एवं युवक कल्याण विभाग के तत्वावधान में नपा परिषद इटारसी के सहयोग से श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया खेल प्रशाल का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण विभाग की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने करीब पौने सात करोड़ रुपए की लागत से बने जिले के सबसे बड़े स्टेडियम का लोकार्पण किया। खेल मंत्री ने इटारसी में मध्यप्रदेश का दूसरा फुटबॉल सेंटर बनाने की घोषणा की है।
पहला सेंटर मैहर जिला सतना में बनाया गया
लोकार्पण कार्यक्रम में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि हम मध्यप्रदेश में 10 नए पॉकेट बनाने जा रहे हैं इन पॉकेटों में हर खेल की सुविधाएं रहेंगी ताकि नए बच्चे उनका लाभ लेकर खेलों में आगे आएं। मंत्री सिंधिया ने यह भी घोषणा की कि हमने फुटबॉल का पहला सेंटर मैहर जिला सतना में बनाया है प्रदेश का दूसरा बड़ा सेंटर हम इटारसी में बनाएंगे जल्द ही इस स्टेडियम में फुटबॉल एरिया के हिसाब से घास लगाने का काम चालू कराया जाएगा ताकि सेंटर तैयार हो सके और बाहर के बच्चे आकर उसमें खेल सकें।

खिलाड़ियों की की गई जमकर प्रशंसा

भारत सरकार से इस स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रेक बनाने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि 2006 में जब मंत्रालय संभाला था तो कई कमियां थीं। उन्हें दूर करने के लिए हमने अकादमियां चालू करने का मन बनाया था ताकि प्रदेश के बच्चे आगे आकर नया इतिहास रचें मंत्री सिंधिया ने एशियन गेम्स में विभिन्न प्रतियोगिताओं में मैडल जीतने वाले खिलाडिय़ों मुस्कार किरार, हर्षितो तोमर, विवेक सागर, आध्या तिवारी आदि की मंच से जमकर प्रशंसा की।

14 से 15 करोड़ रुपए तक की राशि की जायेगी खर्च

आज होशंगाबाद जिले के साथ ही प्रदेश व देश का नाम विश्व में बढ़ाया है। लोकार्पण कार्यक्रम में खेल एवं युवक कल्याण विभाग के संचालक एसएल थाउसेन ने कहा कि अभी इस खेल प्रशाल में और काम किया जाएगा। इस खेल प्रशाल को हम और अधिक विकसित करने के लिए 14 से 15 करोड़ रुपए तक की राशि खर्च करेंगे ताकि यहां खेले जाने वाले खेलों के लिए अच्छा माहौल मिल सके। पिछले कुछ महीनों से शहर में एस्ट्रोटर्फ ग्राउंड को लेकर चर्चाएं चल रहीं थी उन पर रविवार को खुद मंत्री ने विराम लगा दिया। मंत्री सिंधिया ने कहा कि एस्ट्रोटर्फ जिला मुख्यालय पर बना हुआ है और शहर से उसकी दूरी बहुत ज्यादा भी नहीं है। एस्ट्रोटर्फ के लिए करोड़ों रुपए का खर्च आता है इसलिए अभी उसे यहां दे पाना संभव नहीं है।