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मुरैनाः फर्जी तरीके से संचालित हो रहे हैं कई कॉलेज  

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Jun 25, 2019

ऋषिकेश शर्मा- कैलारस और सबलगढ़ क्षेत्र में लगभग 12 प्राइबेट आई.टी.आई कॉलेज संचालित हो रही हैं। जिनमें से एक-दो कॉलेजों को छोड़कर शेष कॉलेज फर्जी तरीके से संचालित हो रही हैं। जिनके पास न तो लैब है, और न ही छात्र-छात्राओं को ट्रेनिंग कराने का कोई सामान है, जिससे उन्हें प्रशिक्षित किया जा सके। फीस भी मनमाने तरीके से ली जा रही है। किसी से 15 हजार, किसी से 30 हजार यानी कि फीस के निर्धारित मानदंडों का भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है। कैलारस में छोटे-छोटे ऑफिस बनाकर एजेंटों के माध्यम से 100% पास कराने की गारण्टी के सपने दिखाकर छात्रों को लूटा जा रहा है, लेकिन मान्यता देने वाले कभी इनका निरीक्षण नहीं करते केवल मोटी रकम लेकर खानापूर्ति कर लेते हैं, चाहे जीवाजी यूनिवर्सिटी से या फिर नई दिल्ली (NCVT) से मान्यता मिली हो।

कॉलेजों का औचक निरीक्षण किये जाने की है आवश्यकता

प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी कौशल विकास योजना को जगह-जगह ये एजेंट और कॉलेजों के मालिक पलिता लगा रहे हैं। इन फर्जी कॉलेजों में ट्रेंड कराने वाले शिक्षक भी नहीं हैं। इन कॉलेजों में जिन लोगों की कॉलेजें सही चल रही हैं वे लोग नहीं चाहते कि फर्जी तरीके से बच्चों से धोकाधड़ी कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो सके। अगर इन कॉलेजों का औचक निरीक्षण किया जाए तो इसका पर्दाफ़ाश हो सकता है। ये लाखों रुपये का धंधा कर रहे हैं और बच्चों के साथ धोखा भी। कैलारस सबलगढ़ में फीस लेते हैं और परीक्षा सेन्टर शिवपुरी, ग्वालियर एवं अन्य जगह दिलाते हैं। इन कॉलेजों के संचालन में स्थानीय अधिकारी, नेता भी शामिल हैं।