Jun 15, 2019
राजेश यादव- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक प्रसूता महिला ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप, कहा आपरेशन दौरान पेट में छोड़ी पट्टी। डॉक्टर ने गलती ना मानने के साथ-साथ अब पीडिता का इलाज करने से भी किया मना। करीब 2 माह पहले डॉक्टर ने किया था महिला का सीजर डिलेबरी आपरेशन। पीडित महिला ने डॉक्टर के खिलाफ पुलिस में दर्ज कराई शिकायत। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले की जांच कर कार्यवाही की जायेगी। थाना कोतवाली क्षेत्र का मामला।
दो माह पहले महिला के प्रसव के लिए हुआ था सीजेरियन ऑपरेशन
टीकमगढ़ निवासी शैलेन्द्र खरे ने मातृत्व मैटरनिटी एवं सोनोग्राफी सेंटर पर 2 अप्रैल 2019 को अपनी पत्नि की डिलीवरी के लिये भर्ती कराया था। जहां डॉक्टर ए.के. नुना द्वारा बताया गया कि प्रसूता की नॉर्मल डिलीवरी होना संभव नहीं है। अतः सीजेरियन आपरेशन करना पडेगा, जिसके लिये 25 हजार रूपये लिये गये और आपरेशन कर दिया गया। स्वस्थ होने के उपरांत अस्पताल से करीब दो माह पहले छुटटी कर दी गई। पर कुछ दिन बाद महिला के पेट में अक्सर दर्द होना शुरू हो गया और एक दिन महिला के पेशाब के दौरान पेशाब के साथ-साथ कपड़े की पट्टी शरीर से बाहर निकली। जिसके बाद महिला को लेकर जब दूसरे महिला चिकित्सक के पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि यह जो पट्टी निकली है, वह आपरेशन के दौरान गलती से पेट में छूटी हो सकती है। आप उसी चिकित्सक को दिखाये। जब पीडित दंपति डॉक्टर नुना के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा कि ऐसा संभव नहीं है। हो सकता है कि सफाई के दौरान कोई पटटी नर्स की गलती से यूरेनल में छूट गई हो। डॉक्टर ने मरीज को अस्पताल से चलता करते हुये इलाज करने से साफ इंकार कर दिया।