May 22, 2019
दशरथ सिंह कट्ठा- पश्चिमी रेलवे के अंतर्गत झाबुआ, धार, अलीराजपुर जिले के एक मात्र मेघनगर रेलवे स्टेशन पर रेल कर्मियों की कमी व एक ही टिकट खड़की होने के चलते यात्रियों को टिकट निकालने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी महिला यात्रियों को होती है। जबकि अधिकतर मुंबई से दिल्ली की तरफ जाने वाले यात्री मजदूरी की तलाश में ट्रेन में सफर के लिए निकलते हैं। ऐसे में कभी-कभी ट्रेनों के आने की सूचना पर जल्द ही टिकट निकालने के चक्कर में काउंटर के समीप मारपीट भी हो जाती है। इसके बाद भी रेल प्रशासन द्वारा नहीं ध्यान दिया जा रहा है। जिसके कारण विभाग की लापरवाही का खामियाजा सीधे-साधे रेल यात्री भुगतने को विवश है।
टिकट खिड़की के बाहर लगी लंबी-लंबी लाइने
लोकसभा चुनाव में मतदान का उपयोग करने कई आदिवासी मजदूर अपने घर गये हुए थे, अब उनकी घर वापसी हुई, लेकिन 19 मई को मतदान के बाद मंगलवार को सुबह से ही टिकट खिड़की के बाहर लंबी लाइन लगी थी। भयंकर गर्मी एवं लंबी टिकट लाइनों की वजह से कई महिलाएं आपस में झगड़ती हुई नजर आईं, तो कई यात्रियों को ट्रेन से आने-जाने पर भी टिकट नहीं मिल पाया। जिस वजह से उनकी ट्रेन छूट गई व कई तरह की परेशानी व फजीहत यात्रियों की हुई वो अलग बात है।