Jul 29, 2019
धर्मेन्द्र शर्मा- ग्वालियर के मेहरा टोल प्लाजा पर शाम के समय 4-5 घंटे का जाम लगने के मामले में प्रशासन ने एनएचएआई अफसरों और टोल प्लाजा मैनेजर सहित चार लोगों को नोटिस जारी किया है और अगले 7 दिनों के अंदर टोल प्लाजा पर व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए हैं। दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने मेहरा टोल प्लाजा पर शाम 4 बजे से 8 बजे तक वाहनों की संख्या अचानक बढ़ जाती है। 8 लेन वाले इस टोल प्लाजा पर वाहन ज्यादा गुजरते हैं, लेकिन कर्मचारियों की संख्या कम है। इसी कारण वाहन चालक कतार में खड़े ना होकर आड़े तिरछे खड़े हो जाते हैं, जिसके चलते टोल प्लाजा पर लंबा जाम लगता है।
प्रशासन ने अगले 7 दिन में व्यवस्था सुधारने के आदेश दिए
टोल प्लाजा पर लगने वाले जाम का मौका मुआयना करने खुद कलेक्टर और एसपी भी पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें भी जाम लगा हुआ मिला था। जिसके बाद इसे कलेक्टर ने मान लिया कि यहां पर पब्लिक न्यूसेंस के कारण कभी भी कोई घटना घटित हो सकती है, जिसके बाद प्रशासन ने धारा 133 के तहत एनएचएआई अफसरों और टोल प्लाजा मैनेजर सहित चार लोगों को नोटिस देकर अगले 7 दिन में व्यवस्था सुधारने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही सुझाव भी दिए हैं कि शाम के वक्त हर लाइन पर 2-2 सुरक्षा कर्मचारी यानी कुल 16 बंदूकधारी कर्मचारी तैनात किए जाए। साथ ही इन कर्मचारियों के नाम और मोबाइल नंबर एसडीएम कोर्ट में भेजे जाएं। अगर ऐसा नहीं होता है तो धारा 188 के तहत चारों लोगों के खिलाफ अंतिम आदेश पारित कर दिया जाएगा।
टोल पर जाम लगने का सबसे बड़ा कारण पर्याप्त कर्मचारियों की व्यवस्था नहीं होना है। इसी व्यवस्था के चलते पिछले कुछ महीनों में जाम के दौरान टोल पर कई एक्सीडेंट की घटनाएं हो चुकी हैं और कई बार मरीजों को ले जा रही एंबुलेंस भी जाम में फंस चुकी है। वहीं 1 सप्ताह पहले कलेक्टर और एसपी भी 1 घंटे टोल प्लाजा पर लगे जाम में फंसे रहे थे। अब देखने वाली बात यह होगी कि नोटिस मिलने के बाद 7 दिनों में व्यवस्थाओं में कितना सुधार आता है या फिर टोल प्लाजा अपने ढर्रे पर संचालित होता रहेगा।