Jan 10, 2020
राजेश यादव : मामला मोहनगढ़ थाना क्षेत्र के मालपीथा गांव का है, जहां जामनी नदी के दूसरी साइड उत्तरप्रदेश लगा हुआ है। जहां पर मालपीथा के किसानों के लिए लगाई गई बिजली के ट्रांसफार्मरों से उत्तरप्रदेश के किसान बिजली के तार डालकर अपनी फसलों की सिंचाई कर रहे हैं, साथ ही नीलगायों से अपनी फसलों को बचाने के लिए किसानों ने नदी-नालों के घाटों पर खुले बिजली के तार बिछा रखे हैं जिनमें रात के समय में करंट छोड़ दिया जाता है, इसी करंट की चपेट में आने पर करीब डेढ़ दर्जन नीलगायों की मौत हो गई है।
बता दें कि, इन नीलगायों की मौत करीब एक सप्ताह पहले की बताई जा रही है, जिसकी मालपीथा के ग्रामीणों ने वन कर्मियों को सूचना दी, लेकिन वन कर्मियों ने यह क्षेत्र वन भूमि में नहीं आने के कारण मामले से अनजान बने रहे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा मध्यप्रदेश से लेकर उत्तरप्रदेश के किसानों को पैसे लेकर बिजली दी जा रही है, जिससे उत्तरप्रदेश के कुछ किसानों ने नदी के घाटों पर खुले तार डालकर नीलगायों को मौत के घाट उतारा है।