Loading...
अभी-अभी:

पुलिस कर्मीयो की गुंडागर्दी लगातर जारी, इनके शिकार आम जनता से लेकर मंत्री, विधायक तक

image

Jun 30, 2018

जी हां पूरा मामला इंदौर के राउ  थाने का है बताया जा रहा है कि राउ थाने पर पुलिस कर्मियों साल भर बाद क्षेत्र में रहने वाले एक  गुमसुदा युवक को पकड़ा था बताया जा रहा है कि युवक ने राउ क्षेत्र में रहने वाली युवती से लव मैरिज की थी लव मैरिज करने के बाद तो युवक और युवती में काफी कुछ अच्छा चल रहा था और दोनों के दो बच्चे भी हुए लेकिन एकाएक युवक मनीष का क्षेत्र में ही रहने  वाली युवती पर दिल आ गया तो युवक मनीष ने अपनी शादी शुदा जीवन को पीछे छोड़ते हुए क्षेत्र की युवती के साथ इंदौर से बहार चला गया।

काफी तलाशने के बाद  मनीष के  परिजनों ने गुमसुदगी की रिपोर्ट राउ थाने  पर की लेकिन साल भर बाद भी पुलिस मनीष को गिफ्तार नहीं कर पाई काफी प्रयासों के जब मनीष पुलिस की पकड़ में आया तो पुलिस  ने उसे काफी समान  और बकायदा उसे कुर्सी पर बैठाया गया उसी काफी आवभगत थाने पर की जाती रही लेकिन इसी दौरान मनीष की पहली पत्नी के परिजन जो कि खुद को मुख्यमंत्री के रिश्ते बता रहे थे वो थाने में आ  गए और आरोपी की आवभगत देखकर  उन्होंने पुलिस पर  कई तरह के आरोप लगाए।

जब परिजन पुरे मामले को लेकर पुलिस कर्मियों ने बहस कर रहे थे  तो  पुलिस कर्मियो ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाई को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यह कोई नगर निगम का ऑफिस नहीं है थाना है और आरक्षकों को आदेश देते हुए  परेशान परिजनों को बाहर निकाल दिया।

जब प्रदेश सरकार के मुख्या शिवराज सिंह चौहान के साथ प्रदेश की आर्थिक राजधानी में पुलिस कर्मियों द्वारा अभद्रता कर दी जाती है तो आम जनता के साथ  यह पुलिस कर्मी किस तरह की हरकत को अंजाम देते होंगे, इसका अनुमान इस खबर से ही लगाय जा सकता है और इस तरह की घटना इंदौर में पहली  नहीं है जहा प्रदेश सरकार के मुख्य शिवराज सिंह चौहान के  भाई के साथ  इस तरह की हरकत को अंजाम दिया गया हो इसके  पहले मानपुर थाने में भी इस तरह की  हरकत को पुलिस कर्मियों ने  अंजाम दिया था मानपुर थाने पर साल भर पहले  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के भाई प्रह्लाद मोदी के साथ भी इंदौर के पुलिस कर्मी अभदता कर चुके है लेकिन इन  वर्दी वाले गुंडों की रंगदारी लगातार जारी है यदि समय रहते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन वर्दी वाले गुंडों पर नकेल नहीं कसी तो निश्चत तौर पर आने वाले चुनाव में इसका असर सरकार को उठाना पड़ सकता है।