Loading...
अभी-अभी:

अनूपपुरः सड़ा हुआ खाद्यान लेने को मजबूर गरीब, अधिकारियों की लापरवाही

image

Oct 23, 2019

हेतराम वर्मा - हम बात कर रहे हैं उस खाद्यान की जो गरीबों के लिए सरकारें भेजती है। पर गरीबों को मिलने वाले अनाज की गुणवत्ता देखने की फुरसत किसी को नहीं है और इसका फायदा सोसायटी के संचालक उठा रहे हैं। गरीबों को सड़ा गला, कीड़े लगा हुआ अनाज दे रहे हैं और मजबूर गरीब इसी खाद्यान को लेने को मजबूर हैं। वहीं यह खाद्यान स्कूलों को भी मध्यान भोजन के लिए दिया जा रहा है।

अनूपपुर जिले के जैतहरी जनपद की ग्रामपंचायत पड़रिया शासकीय उचित मूल्य की दुकान के सेल्स मैन अजय पटेल के द्वारा उपभोक्ताओं को कीड़े लगे चावल एवं घुन लगे चने का वितरण किया जा रहा है। गांव वालों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जहाँ एक ओर प्रदेश सरकार मिलावट खोरों पर शिकंजा कस रही है, ताकि प्रदेश की जनता स्वस्थ रहे, खुशहाल रहे, वहीं दूसरी ओर मिलावटखोर गरीब एवं मजदूर जनता के साथ धोखा कर प्रदेश सरकार की मुहीम को ठेंगा दिखा रहे हैं।

बच्चों को मध्यान भोजन में भी परोसा जाता यही सड़ा हुआ अनाज

आपको बता दे कि सेल्समैन के द्वारा वितरण किए गए चावल नव निहाल बच्चों को मध्यान भोजन में परोसा जाता है। गरीब 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला का कहना है कि हर महीने हमें ऐसा खराब राशन ही दिया जाता है। राशन लेने के लिए सुबह से शाम तक मशक्क्त करनी पड़ती है और लास्ट में मिलता है, कीड़े लगे और घुने अनाज। वृद्धा ने बताया कि मुझे कम दिखाई देता है, जितना दिखता है, साफ करती हूँ और भूख के आगे नहीं दिखता, फिर चाहे कीड़ा हो या मकोड़ा। वहीं अन्य ग्रामीणों का कहना है कि सेल्समैन द्वारा पुराना स्टाक दिखाया जाता है जिससे कई लोग खराब राशन होने के कारण नहीं लेते और हमारे हक का नया आया राशन बाहर सप्लाई कर दिया जाता है। वहीं इस पूरे मामले में सोसायटी संचालक अजय पटेल का कहना है ऊपर से ही ऐसा अनाज आता है तो मैं क्या कर सकता हूँ। जबकि हमने कई वरिष्ठ अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, पर कोई भी अधिकारी बात करने को तैयार नहीं है।