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हरदाः गर्भवती महिला की गलत इंजेक्शन लगाने से मौत, लापरवाही बरतने पर दो डॉक्टर, तीन नर्स सस्पेंड

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Jun 12, 2019

संदेश पारे- हरदा जिला अस्पताल में गत 13 मार्च को प्रसव के लिए भर्ती की गई एक महिला और उसके बच्चे की मौत के मामले में जांच के बाद दोषी पाए जाने पर बड़ी कार्यवाही की गई है। इस मामले में एक महिला चिकित्सक सहित दो डॉक्टर्स, ड्यूटी पर मौजूद तीन नर्सो को निलंबित तथा एक नर्स की सेवा समाप्ति करने के आदेश जारी किए गए हैं।

हरदा जिला मुख्यालय की शुक्ला कालोनी में रहने वाली सुनीता पति विशाल चौरसिया को उसके परिजन प्रसव पीड़ा होने पर गत 13 मार्च 19 की शाम जिला अस्पताल में लाए थे। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों के द्वारा लापरवाहीपूर्वक उपचार किया गया था। जिसमें सुनीता एवं उसके बच्चे की मौत हो गई थी। इस मामले पर महिला के परिजनों के द्वारा अस्पताल में जमकर हंगामा कर डॉक्टरों ओर नर्सो पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई थी। महिला की मौत के बाद अस्पताल में परिजनों के हंगामा करने के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। इस दौरान तत्कालीन सँयुक्त कलेक्टर डॉ प्रियंका गोयल एवं एसडीएम हरिसिंह चौधरी के द्वारा परिजनों को समझाइश देकर शव ले जाने के लिए मनाया और दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया था।

परिजनों की शिकायत पर जिला स्तरीय जांच समिति के द्वारा हर बिंदु पर जांच की

इस मामले में परिजनों की शिकायत पर जिला स्तरीय जांच समिति के द्वारा हर बिंदु पर जांच की थी। जिसमें सुनीत चौरसिया की मौत के मामले में लापरवाही बरतने ओर आपरेशन थियेटर में शराब पीकर आने के साथ-साथ गर्भवती महिला को गलत इंजेक्शन लगाए जाने के दोषी पाए जाने पर निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ राजेश मिथोरिया एवं महिला को गलत इंजेक्शन लगाए जाने की बात की जानकारी छिपाने का दोषी पाए जाने पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य आयुक्त नीतेश व्यास ने गेनोलॉजिस्ट डॉ भारती शिवहरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस दौरान डॉ मिथोरिया को जिला अस्पताल राजगढ़ एवं महिला चिकित्सक डॉ शिवहरे को रायसेन भेजा गया है। वहीं ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ नर्स श्रीमती वंदना मसीह, चित्रा चौरे, श्रीमती नीता टीकारे को भी निलंबित किया गया है। साथ ही संविदा स्टाफ नर्स मनीषा सुजाने को पद से पृथक करने की कार्यवाही की गई है।

मृतिका सुनीता के पति विशाल चौरसिया ने प्रशासन के द्वारा की गई कार्यवाही पर संतुष्टि जताया

वैसे तो हरदा का जिला अस्पताल डॉक्टरों की लापरवाही को लेकर आये दिन सुर्खियों में रहता है लेकिन एक सामान्य परिवार की महिला की लापरवाही से इलाज के दौरान मौत होने पर पहली बार इस प्रकार की कार्यवाही की गई है। मृतिका सुनीता के पति विशाल चौरसिया ने प्रशासन के द्वारा की गई कार्यवाही पर संतुष्टि जताते हुए कहा है कि मेरी पत्नी और बच्चा तो अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन किसी भी डॉक्टर को इलाज में इस प्रकार की लापरवाही नहीं करनी चाहिए, जिससे किसी की जान चली जाए।