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प्रदेश में बारिश ने ढाया कहर, महंगाई की मार से सब्जियों की आवक हुई कम

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Sep 20, 2019

दीपिका अग्रवाल : सितंबर की भारी बारिश इस बार प्रदेश में सितम ढा रही है। इस बारिश से धरती की प्यास भले ही बुझ गई हो लेकिन महंगाई की आग से सब्जियां झुलस रही है। गिलकी, भिंडी और लौकी के साथ सब्जी में स्वाद देने वाला धनिया महंगाई के चरम पर पहुंच चुका है। जो सब्जियां कुछ दिन पहले तक 30 रूपए किलो बिका करती थी, अब 60 से लेकर 120 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है।

दरअसल प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण अधिकांश सब्जियां खराब हो चुकी है। खेतों में ही सब्जियां खराब होने के कारण एक तरफ मंडी में सब्जियों की आवक में कमी आई है, तो वही जो सब्जियां बाजारों में पहुंच रही है उनके दाम भी आसमान पर नजर आ रहे हैं| एक नजर डालते हैं सब्जियों की बढ़ी हुई कीमतों पर---- 
गिलकी 110- 120 रुपये किलो
लोकी 60-70 रुपये किलो
भिंडी 60-70 रुपये किलो
शिमला मिर्च 40- 50 रुपये किलो
करेला 60-70 रुपये किलो
कद्दू 40-50 रुपये किलो
तुरई 60-70 रुपये किलो
निम्बू 3-4 रूपये का एक नग
धनिया 200-220 रुपये किलो
बैगन 50-60 रुपये किलो
भरते का बैगन 100-110 रुपये किलो
प्याज 40 -60 रुपये किलो
पालक 80-100 रुपये किलो
मेथी 40-50 रुपये किलो

भारी बारिश की वजह से पड़ी इस महंगाई की मार का सीधा असर मध्यमवर्गीय परिवारों के साथ निचले तबके पर पड़ रहा है। गृहणियों का किचन मैनेजमेंट गड़बड़ा रहा है, वहीं खाने की थाली से पौष्टिक आहार दूर होते दिखाई दे रहे है। हालात इस कदर बिगड़ रहे हैं कि सब्जी मंडियों में अब लोग कम ही नजर आ रहे हैं, जो लोग पहुंच भी रहे हैं वे सब्जियों के भाव सुनकर जरूरत से आधी सब्जी खरीदने की ही हिम्मत कर पा रहे हैं। बाजार में ग्राहकों की कमी से जहां सब्जी व्यापारी परेशान है, वही गृहणियां अपनी परेशानी जाहिर करते हुए इस महंगाई को कम करने की गुहार लगा रही है।