Oct 26, 2018
रवि पाटीदार - बागली विधानसभा की ग्राम पंचायत सेवनिया खुर्द के गांव कुपगांव के रहवासियों ने इस बार मतदान के बहिष्कार का आह्वान किया है ग्राम वासियों ने सड़क नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद कर लिया हैं। दरअसल गांव को अभी तक सड़क की सौगात नहीं मिली है जबकि 2 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बागली-रामपुरा मार्ग से कुपगांव तक 3 किमी लंबी सड़क स्वीकृत हुई हैं लेकिन 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी सड़क निर्माण अधुरा पडा हैं।
सड़क का हुआ अभी तक मुर्मीकरण
ग्रामीणों ने निर्माण कार्य पुर्ण करवाने के लिए एस डिएम कार्यालय मे पांच बार आवेदन दिए पर किसी ने भी इस ओर गम्भीरता नही दिखाई जिसके परिणाम स्वरूप आज भी काम अधुरा हैं कुपगांव मे महिला पुरुष सहित 496 मतदाता है जिसमें 260 पुरुष और 336 महिलाएं मतदाताओं का एक ही कहना है राष्ट्रीय मुद्दों से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन हमारे गांव तक जब तक सड़क नही बनती हम वोट नहीं देंगे बारिश के समय में भी हमें इस अधूरे मार्ग के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा जिसको लेकर पूर्व में पंचायत से लेकर एसडीम कलेक्टर सीएम हेल्पलाइन तक इस अधूरे मार्ग की शिकायत कर चुके हैं लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी जनप्रतिनिधि ने इस अधूरे मार्ग की सुध लेना उचित नहीं समझा।
जिम्मेदार अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
जिसके चलते अब गांव के सभी ग्रामीण जन काफी नाराज है और आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान करने का बहिष्कार करने का मन बना लिया है जबकि सड़क निर्माण की अवधि जनवरी माह में ही समाप्त हो चुकी है इसके बावजूद भी मार्ग अधूरा है वहीं उक्त मार्ग में पांच से छह जगह पुलिया बनना है लेकिन अभी तक पोलियो का निर्माण कार्य भी नहीं हो पाया है। कुपगांव की जनता द्वारा किए जा रहे चुनाव बहिष्कार का मामला जिम्मेदार अधिकारियों हो भारी पड़ सकता है तो वहीं वोट मांगने जाने वाले नेताओं के लिए भी चुनौती भरा साबित हो सकता है क्योंकि समय रहते हुए ना ही जिम्मेदार अधिकारियों ने ध्यान देना उचित समझा और ना ही क्षेत्र के नेताओं ने।