Jul 12, 2018
प्लेटफॉर्म से आने और जाने वाली ट्रेनों की संरक्षा चेकिंग यानी पहियों से ब्रेक चिपकना, ऑइल लीकेज होना, पहियों में लगी स्प्रिंग का आवाज करना, वेक्यूम पाइप में लीकेज, ब्रेक शू आदि की जांच रेलवे कर्मचारी द्वारा की जाती है इन कर्मचारियों को जांच करना अनिवार्य हैं, ताकि अगर कोई गङबङी हो तो ट्रेन को रुकवाकर सुधरवाया जा सके हालांकि ऐसा बहुत कम होता हैं, लेकिन रेलवे में सेफ्टी यानी संरक्षा के लिहाज से ये चेकिंग काफी मायने रखती हैं।
ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए ये काफी महत्वपूर्ण होता हैं अब ट्रेनों की संरक्षा को और अधिक बारीकी से जांचने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं इन कैमरों का कंट्रोल रुम कोचिंग डिपों में रहेगा इसके साथ ही स्टेशन मास्टर के कैबिन में भी स्क्रीन लगाई जाएगी, ताकि वहां से बैठकर ट्रेनों पर निगरानी रखी जा सके।
साथ ही कोई गलती से कोई घटना या दुर्घटना हो भी जाती हैं तो इनके फुटेज देखकर पता किया जा सके की गलती किसकी थी रेलवे अधिकारियों का कहना हैं कि संरक्षा को लेकर रेलवे समय समय पर अपग्रेड होता रहता हैं उसी दिशा में सीसीटीवी लगा रहे हैं।