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नरसिंहगढ़ः स्कूल के पहले दिन ही बच्चों पर बनाया फीस का दबाव, नाराज अभिभावकों ने किया हंगामा 

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Jun 25, 2019

सुरेश नागर- शहर के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में पहले ही दिन बच्चों पर फीस का दबाव बनाए जाने के मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। स्कूल प्राचार्य ने पिछली फीस बकाया होने वाले सभी स्टूडेंट को अपने ऑफिस में बुलाकर फीस के लिए कहा। जहां बच्चों ने अपने अभिभावकों को स्कूल में बुलवाया। इस बीच कुछ अभिभावकों ने अगले दिनों में फीस जमा करने की बात कही, लेकिन नव पदस्थ प्राचार्य ने फीस जमा किए जाने के बाद बच्चों को स्कूल भेजने की बात कह डाली। इस बात से नाराज अभिभावकों और प्राचार्य के बीच जमकर बहसबाजी हुई।

फीस जमा होने के बाद भी अभिभावकों को किए कॉल 

इसी दौरान कुछ ऐसे भी अभिभावक स्कूल आ पहुंचे जिनके बच्चों की फीस जमा होने के उपरांत भी प्रबधंन द्वारा उन पर फीस के लिए दबाव बनाया गया था। फिलहाल अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन के इस रवैये पर कड़ा ऐतराज जताते हुए प्रबंधन को आंदोलन की चेतावनी दी है। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग के नियमानुसार स्कूल प्रबंधन फीस के लिए स्टूडेंट पर दबाव नहीं बना सकते हैं, लेकिन कॉन्वेंट स्कूल में पहले दिन ही नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रबंधन बच्चों और अभिभावकों पर हावी हो गया। 

15 से 20 प्रतिशत हुई फीस में बढ़ोत्तरी  

कॉन्वेंट स्कूल में इस वर्ष 15 से 20 प्रतिशत फीस वृद्धि की गई है। जिसको लेकर भी अभिभावकों में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है। अभिभावकों ने बताया कि कॉन्वेंट स्कूल में फीस वृद्धि को लेकर शासन के नियम कोई मायने नहीं रखते हैं। हर वर्ष वार्षिक फीस के अलावा शैक्षणिक गतिविधियों के नाम पर भी बच्चों से शुल्क लिया जाता है। ये स्कूल आरटीई के नियमों को भी फॉलो नहीं करते हैं। यही कारण है कि कॉन्वेंट स्कूल में 25 प्रतिशत गरीब बच्चों को एडमिशन नहीं दिया जाता है। 

एनसीईआरटी से बेहतर हमारी पुस्तकें

कॉन्वेंट स्कूल में एनसीईआरटी की पुस्तकों के स्थान पर स्वयं की पुस्तकों से पढ़ाई करवाई जाती है। इस संबंध में स्कूल प्राचार्य से बातचीत की गई तो उनका तर्क था कि एनसीईआरटी की पुस्तकों से अच्छे कन्टेंट हमारी पुस्तको में है। एनसीईआरटी की तुलना में उनकी पुस्तकें कहीं ज्यादा बेहतर है। ज्ञात रहे कि स्कूल द्वारा स्वयं की मंहगी पुस्तकों से ही पढ़ाई करवाई जाती है।