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नेपानगरः आकर्षण का केंद्र बनी रोपणी, विभिन्न प्रजातियों के पौधे किए जाते हैं तैयार

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Jun 29, 2019

मनीष जायसवाल- बुरहानपुर जिले के नेपानगर एक ऐसी वन रोपणी है, जहां हर वर्ष तैयार किए जाते 6 लाख पौधे। नेपानगर वन ओपनिंग में पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष तैयार किए जाते हैं लाखों पौधे। यहां पौधों के जरिए नेपानगर क्षेत्र में हरियाली और प्राकृतिक सौन्दर्य बढाने के लिए काम होता है। नेपानगर क्षेत्र में लम्बे समय से नवाड़ माफियाओं द्वारा वृक्षों की अंधाधुन कटाई की जा रही है। इसी को देखते हुए नेपानगर वन विभाग के अधिकारियों ने संकल्प लेते हुए एक बार फिर से नेपानगर क्षेत्र को हरा-भरा करने लिए नेपा वन परिक्षेत्र कार्यालय के पास एक रोपणी बनाई। जहां विभिन्न प्रजातियों के पौधे तैयार किए जाते हैं। जिन्हें मानसून आने से पहले वन मंडल बुरहानपुर की नेपानगर रेंज सहित शासकीय कार्यालयों, स्कूलों में किसानों को पहुंचाए जाते हैं।

सागौन, सीसु, बांस, नीम, जाम, आंवला, नींबू की कई प्रजातियां उपलब्ध

नेपानगर रोपणी प्रभारी राजेन्द्र महाजन ने बताया कि इस वन रोपणी में प्रतिवर्ष 6 से 7 लाख पौधे तैयार किए जाते हैं। इन पौधों को वन मंडल कार्यालय बुरहानपुर, जनपद पंचायत, जिला पंचायत और कृषकों को प्रदान किए जाते हैं। यह पौधे रूट पद्धति से फरवरी माह में लगाए जाते हैं जो जुलाई माह में देने योग हो जाते है। कुछ पौधे ऐसे हैं जो धीमी गति से बढ़ते हैं, उन्हें एक वर्ष तक नर्सरी में रखा जाता है। जिसके बाद यह पूर्ण रूप से तैयार होते हैं जो एक वर्ष बाद देने योग्य हो जाते हैं। यहां जो प्रमुख पौधा है सागौन, सीसु, बांस, नीम, जाम, आंवला, नींबू जैसे कई प्रजातियों के पौधे तैयार किए जाते हैं।

पौधों को तैयार करने के लिए बनाई जाती है केंचुआ खाद

अभी तीन दिन के अंदर 2 लाख पौधे यहां से ले जाए गए हैं। यह पौधे जिला वन मंडल की रेंज नेपानगर, नावरा, असीर, धुलकोट पहुंचाए जाते हैं। इस वन रोपणी में पौधों को तैयार करने के लिए प्रतिदिन 50 मजदूर काम करते हैं और इन पौधों को तैयार करने के लिए केंचुआ खाद बनाई जाती है। केंचुआ खाद तैयार करने के लिए कुंड नुमा टंकियां बनाई जाती है, जहां मिट्टी और वन में पाए जाने वाले कचरा, अपशिष्ट में कछुआ को डालकर खाद तैयार की जाती है, जिससे इन पौधों को तैयार करने में मदद मिलती है।