Jun 16, 2025
कनाडा में G-7 समिट: PM मोदी सहित 14 देशों के नेता जुटे, जानें प्रमुख मुद्दे और द्विपक्षीय वार्ताएं
कनाडा के कैननास्किस में 16 और 17 जून 2025 को आयोजित हो रहे G-7 समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 14 देशों के राष्ट्रप्रमुख हिस्सा ले रहे हैं। भारत G-7 का सदस्य नहीं है, लेकिन कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के निमंत्रण पर आउटरीच पार्टनर के तौर पर शामिल हो रहा है। इस समिट में वैश्विक आर्थिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन, और प्रौद्योगिकी जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। PM मोदी इस दौरान कई वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं करेंगे और ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को उजागर करेंगे। यह समिट भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने का भी अवसर होगा, खासकर हाल के तनावों के बाद।
G-7 समिट में PM मोदी की भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार छठी बार G-7 समिट में हिस्सा ले रहे हैं। वह साइप्रस से सीधे कनाडा पहुंचे, जहां वह समिट के दौरान कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात करेंगे। इनमें कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लॉडिया शेनबॉम शामिल हैं। PM मोदी समिट से इतर द्विपक्षीय वार्ताओं में भी हिस्सा लेंगे।
भारत की भूमिका और वैश्विक मुद्दे
भारत, जो G-7 का सदस्य नहीं है, इस समिट में आउटरीच पार्टनर के रूप में शामिल हो रहा है। विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और वैश्विक सप्लाई चेन में अपनी केंद्रीय भूमिका के साथ भारत वैश्विक आर्थिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन, और प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखेगा। PM मोदी ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को सामने लाएंगे और भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने पर जोर देंगे।
G-7 समिट में अन्य प्रमुख नेता
इस समिट में यूक्रेन और मेक्सिको के राष्ट्रप्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है, जो G-7 के सदस्य नहीं हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अपने दूसरे कार्यकाल के पहले अंतरराष्ट्रीय समिट के लिए कनाडा पहुंच चुके हैं। उनका विमान स्थानीय समयानुसार रविवार रात 8:40 बजे कैलगरी में उतरा। ट्रंप कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।
G-7 का इतिहास और महत्व
G-7 समूह में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं। पहले इसे G-8 के नाम से जाना जाता था, लेकिन 2014 में रूस के क्रीमिया पर कब्जे के बाद उसे समूह से बाहर कर दिया गया। यह समिट वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा और समाधान खोजने का एक महत्वपूर्ण मंच है।
PM मोदी का विदेशी दौरा
PM मोदी तीन देशों के दौरे पर हैं। वह पहले साइप्रस गए, फिर कनाडा पहुंचे, और इसके बाद क्रोएशिया जाएंगे। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद यह उनका पहला विदेशी दौरा है। इस समिट में उनकी भागीदारी भारत की वैश्विक कूटनीति और प्रभाव को और मजबूत करेगी।