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अचलेश्वर दर्शन के लिए बनाई थी वेबसाइट, जिला प्रशासन की अनुमति के अभाव में अटकी

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Jul 1, 2018

बाबा अचलनाथ के दर्शनों के लिए न्यास द्वारा बनाई वेबसाइट जिला प्रशासन की अनुमति के अभाव में अटकी हुई है। इस कारण ग्वालियर से बाहर रहने वाले भक्तों को बाबा अचलनाथ के ऑनलाइन लाइव दर्शन और उनकी आरती का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

बाबा अचलनाथ महादेव के देश और विदेश में हजारों की संख्या में भक्त हैं। लेकिन ग्वालियर से बाहर होने के कारण वह बाबा अचलनाथ के दर्शनों का लाभ नहीं ले पाते हैं। ऐसे में भक्तों को दर्शनों का लाभ देने के लिए अचलेश्वर महादेव सार्वजनिक न्यास ने लगभग दो माह पूर्व एक वेबसाइट तैयार कराई थी इसके तहत बाबा के भक्तों को हमेशा ऑनलाइन लाइव दर्शनों की व्यवस्था रहेगी।

इसके लिए मंदिर के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं इसका कनेक्शन वेबसाइट से कर दिया गया है। भक्त जब भी वेबसाइट को खोलेंगे तो उन्हें भगवान के लाइव दर्शन हो जाएंगे। लेकिन इस वेबसाइट को अचलेश्वर न्यास प्रांरभ नहीं करा पा रहा है। इसे प्रांरभ कराने के लिए जब न्यास के पदाधिकारियों ने प्रशासन से अनुमति मांगी तो उन्होंने न्यास का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मांगा। रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के लिए न्यास के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन को आवेदन दिया लेकिन लगभग दो माह का समय बीत जाने के बाद भी अब तक रजिस्ट्रेशन का सर्टिफिकेट न्यास को नहीं मिल पाया है। इस कारण यह वेबसाइट प्रांरभ नहीं हो पा रही है।

बताया जा रहा है कि यहां पर शिवलिंग स्टेटकाल के समय से ही बना हुआ है। एक बार ग्वालियर के महाराज इस रास्ते से गुजर रहे थे तो उन्हें बीच रास्ते में यह शिवलिंग दिखा। उन्होंने मंदिर को सड़क से एक ओर करने का आदेश दिया। मजदूरों ने शिवलिंग को हटाने की काफी कोशिश की। लेकिन जितनी वह खुदाई करते शिवलिंग उतना ही गहरा होता जाता। इसके बाद इसे हाथियों से भी खींचने का प्रयास किया गया। लेकिन इसके बाद भी जब शिवलिंग नहीं निकला तो सभी को यह समझ आ गया कि बाबा भोलेनाथ यहीं पर रहना चाहते हैं। इसके बाद महाराजा ने इसी स्थान पर मंदिर का निर्माण करवाया। तभी से मंदिर का नाम अचलेश्वर पड़ गया।