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मजदूरी न मिलने से मतदान से वंचित हुए मजदूर

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May 5, 2019

गणेश विश्वकर्मा : भले ही निर्वाचन आयोग लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। लेकिन पन्ना जिले के दक्षिण मण्डल से एक मामला ऐसा सामने आया है जो निर्वाचन आयोग की  मतदान प्रतिशत बढ़ाने के सारे प्रोग्राम की पोल खोलता नजर आ रहा है।

मजदूरों को नहीं मिली मजदूरी
बता दें ​कि मामला दक्षिण मण्डल के मोहंद्रा रेंज का है। जहां पर सतना जिले और उमरिया जिले के लगभग 2 दर्जन से ज्यादा मजदूर पिछले 4 माह से काम कर रहे थे। लेकिन जब इन मजदूरों ने अपनी मजदूरी मांगने की बात कही तो इन्हें इतनी तक मजदूरी नहीं दी गई कि वह अपने घर जाकर लोकसभा चुनाव में मतदान कर सकें, जिससे करीब एक दर्जन मजदूर मतदान से वंचित हो चुके हैं और कुछ मजदूर 6 तारीख को सतना जिले में मतदान होना है उससे वंचित हो जाएंगे। 

मजदूरों ने कलेक्ट्रेट में डेरा डाला 
दक्षिण वन मंडल के मोहंद्रा रेंज में मजदूरी करने वाले करीब दो दर्जन से ज्यादा मजदूरों ने शाम को कलेक्ट्रेट में डेरा डाल लिया। कुछ मजदूर उमरिया जिले के हैं और कुछ सतना जिले के रामनगर क्षेत्र के। मजदूरों का कहना है कि वन विभाग द्वारा उन्हें रेंज क्षेत्र में मोहंद्रा, मुडवारी, बंधोरा में गड्ढ़े खोदने, नाली और चेक डैम आदि बनाने में काम करते थे। उन्हें मजदूरी नहीं मिलने से कई लोग शहडोल लोकसभा के लिये हुए मतदान में मतदान करने नहीं जा पाए। कुछ लोग सतना लोकसभा क्षेत्र के रामनगर के रहने वाले हैं। 

कलेक्टर के संज्ञान में आया मामला
उनका कहना है कि यदि उन्हें मजदूरी नहीं मिल पाई तो वे भी मतदान करने नहीं जा पाएंगे। मीडिया कर्मियों द्वारा मामले की जानकारी कलेक्टर मनोज खत्री को भी दी गई है। साथ में विभागीय अधिकारियों को भी बताया गया है। हालांकि देर रात वन विभाग के अधिकारियों ने मजदूरों को दो दिन का आश्वासन देकर अपने डिपो में रुकने की व्यवस्था करवाई है। लेकिन मजदूरों ने कहा कि जब तक उनका पूरा पैसा नहीं दिलवा दिया जाएगा तब तक वह पन्ना से नहीं जायेंगे।