Oct 3, 2025
छिंदवाड़ा कफ सिरप कांड: 9 बच्चों की मौत के बाद केंद्र ने जारी की एडवाइजरी, 5 साल से कम उम्र के बच्चों को न दें दवा
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में संदिग्ध कफ सिरप सेवन से 9 बच्चों की मौत ने देश को झकझोर दिया है। परासिया क्षेत्र में अगस्त के अंत से शुरू हुई यह घटना किडनी फेलियर से जुड़ी है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर 5 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप न देने की सलाह दी है, जबकि 2 साल से कम उम्र के लिए इसे पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के दवा घातक हो सकती है।
घटना का विवरण
परासिया में बच्चों को सर्दी-खांसी-बुखार हुआ तो स्थानीय डॉक्टरों ने सामान्य कफ सिरप दिए। लेकिन दिनों बाद हालत बिगड़ गई। किडनी में सूजन, पेशाब बंद, उल्टी और सूजन जैसी समस्याएं उभरीं। जांच में किडनी फेलियर की पुष्टि हुई, जिसके पीछे सिरपों में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल जैसे जहरीले पदार्थ की आशंका है। यह पदार्थ दवाओं को सस्ता बनाने के लिए मिलाया जाता है। जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने 30 सितंबर को दो सिरपों - कोल्डरिफ और नेक्स्ट्रो-डीएस - की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया। अब तक 9 मौतें दर्ज, जिनमें ज्यादातर बच्चे 5 साल से कम उम्र के हैं।
केंद्रीय एडवाइजरी और जांच
मंत्रालय ने चेतावनी दी कि ऐसी दवाओं से दूर रहें। एनसीडीसी और आईसीएमआर की टीम जांच कर रही है। सैंपल जाबलपुर की कंपनी से लिए गए हैं। राजस्थान में भी इसी सिरप से मौतें हुईं, जहां डॉक्टर खुद बीमार पड़ गया। डॉक्टरों को लक्षण-विशिष्ट दवाएं ही लिखने के निर्देश दिए गए।
घरेलू उपाय अपनाएं
बच्चों को आराम दें, हाइड्रेशन बनाए रखें। भाप लें, शहद (1 साल से ऊपर), अदरक-तुलसी काढ़ा आजमाएं। लेकिन डॉक्टर से सलाह लें।