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डबरा जेल में नए जेलर की नियु​क्ति होते ही नशीले मादक पदार्थ का खुलासा

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Jul 27, 2019

सतीश दुबे : डबरा सब जेल में नशीले मादक पदार्थ मिलने का खुलासा उस समय हुआ। जब नए जेलर नरेन्द्र कटारे ने सब जेल डबरा का पदभार ग्रहण किया। इसके बाद जब जेलर को जेल में बंद कैदियों व जेल के स्टाफ की कर्यप्रणाली पर अंदेशा हुआ तो खुद जेल में कैदियों से पूछताछ की ओर पता चला कि हत्या के मामले में बंद एक दबंग कैदी नरेन्द्र रावत द्वारा पहले से ही जेल में अपनी दबंगी के बल पर जेल के अंदर मादक प्रदार्थो का सेवन कराया जा रहा है। जब कैदी नरेंद्र रावत से शक्ति से जेलर द्वारा पूछताछ की गई तो बड़ी संख्या में नशे का सामान बीड़ी,चरस,गांजा,खाने की चम्मच,लाइटर, माचिस, सहित पैसे की बरामदगी हुई।
 
जेल में चल रहे नशे के कारोबार का खुलासा 
बता दें कि हत्या के मामले में सब जेल में बंदी कैदी नरेन्द्र रावत की मारपीट का मामला सामने आया था और जब मारपीट होने के बाद कैदी नरेन्द्र के परिजनों ने एसडीएम डबरा को आवेदन देकर इसकी शिकायत की तो जेल में चल रहे नशे के कारोबार का खुलासा हुआ और मामला सामने आया तो पता चला कि सब जेल में लंबे समय से नशे का कारोबार जेल स्टाफ व कैदियों की साठ गांठ से किस तरह से हावी है।

नवनियुक्त जेलर के मुताबिक
फिलहाल नवनियुक्त जेलर का कहना है कि मेरे चार्ज लेने के बाद नशे के कारोबार को रोकने का काम किया है और सख्त कार्यवाही की जा रही है। पिछले जेलर व स्टाफ की देखरेख में नशे का काम फल फूल रहा था और जब आरोपी नरेन्द्र रावत जो कमजोर केंदीयो को डरा धमकाकर उनसे पेसो की चौथ बसूली करता था जो नही देता था उस कैदी की मारपीट करता था जब नरेंद्र रावत से पूछताछ करने पर उसका दबंग रवैया सामने आया और एक चादर से बनी 10 फिट की रस्सी भी इससे मिल चुकी है जब हमने वाहर का अतिरिक्त बल बुलाकर पुलिस की मदद से सभी कैदियों की बेरंगो की छानबीन की तो ये सब नशे की बड़ी मात्रा में सामग्री बरामद हुई है। वही वरिष्ठ जेल अधिकारियों को भी इस बात की सूचना दे दी गई है ऐसे दबंग कैदियों को हम अपनी जेल से जिला ग्वालियर जेल भेजने का प्रस्ताव बनाकर भेज रहे है जो की इन्हें जिला जेल में शिफ्ट करने की कार्यवाही की जा रही है।
  
जेल पर फायरिंग का मामला भी सामने
बड़ी बात ये है कि डबरा जेल से पहले भी 9 कैदी हत्या लूट डकैती जैसे संगीन मामलों के आरोपी जेल स्टाफ को चाय में नशा देकर जेल से भागे थे। यहीं एक बार जेल पर फायरिंग का मामला भी सामने आया था। इसी प्रकार इस बार भी कोई बड़ी घटना के इंतजार में जेल प्रबंधन था। तो बड़ी बात ये है कि जेल परिसर में कहीं भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगे जिससे जेल में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जाए। फिलहाल जेलर का कहना है कि मेरे रहते हुए जेल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी चाहे फिर वो जेल स्टाफ ही क्यों न हो।