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नीलेश गोलीकांड : गाँव से लेकर शहर तक चला हंगामा, पुलिस ने मानी परिजनों की मांगे

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Jul 27, 2019

गणेश विश्वकर्मा :  पूर्व सपाक्स जिलाध्यक्ष एवं वर्तमान बीजेपी के कार्यकर्ता नीलेश दि्वेदी की हत्या के बाद आज पूरे दिन परिजन व ग्रामीणों ने हंगामा किया। लगभग 4 घंटे पुलिस अधिकारियों से अपनी मांगे मनवाने के चलते अंतिम संस्कार नही हो सका और आखिकार गांव से लेकर पन्ना शहर तक शव को रखकर प्रदर्शन किया गया। बाद में पुलिस ने परिजनों की सभी मांगे मानकर परिजनों व ग्रामीणों मनाया और शव को पन्ना से गांव के लिए रवाना करवाया।

परिजन व ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन
पन्ना कोतवाली एवं ककरहटी चौकी अन्तर्गत हुई नीलेश दिवेदी की गोली हत्या के बाद परिजन व ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसके चलते अंतिम संस्कार नही हो पाया। जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि नीलेश दुवेदी पूर्व सपाक्स जिलाध्यक्ष एवं वर्तमान बीजेपी कार्यकर्ता थे। जिनका विवाद  अपनी ग्राम पंचायत समाना में ठाकुर परिवार से चल रहा था। यह विवाद करीब 4 साल पहले हुआ था जो पंचायत चुनाव की रंजिश के चलता रहा।

परिजनों के मुताबिक
परिजनों का कहना है कि पंचायत चुनाव से विवाद चल रहा था और आरोपी समय की फिराक में थे कि कब मौका मिले और नीलेश की हत्या कर दी जाए और आखिरकार शुक्रवार की सुबह नीलेश अपने एक साथी के साथ ककरहटी से सब्जी लेकर अपने गांव मोहनपुरवा अपनी मोटरसाइकिल से लौट रहा था कि तभी छः लोगों ने रास्ते मे रोककर नीलेश पर तीन गोलियां चला दी जिससे उसके पैर में लगी और घायल अवस्था वही गिर गया उसके बाद आरोपी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। 

परिजनों ने किया हंगामा
इसके बाद ककरहटी पुलिस चौकी में परिजनों ने आकर रिपोर्ट लिखवाई लेकिन पुलिस ने करीब 2 घंटे लगा दिए जिससे घायल नीलेश की हालत ओर नाजुक होती चली गई। फिर बाद परिजन सतना ले गए जहाँ से गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने रीवा रेफर कर दिया जहाँ देर शाम इलाज के दौरान नीलेश की मौत हो गई। उसके बाद सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव को गांव मोहनपुरवा लाया गया।जहाँ परिजन व ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया और आरोपियों के ऊपर एफआईआर करने की मांग पर अड़ गए।

पुलिस की घोर लापरवाही
परिजनों ने इस पूरे घटनाक्रम में बताया कि पुलिस ने घोर लापरवाही की है। करीब दो घंटे का समय चौकी में ही लगा दिया जिस बजह से घायल नीलेश को सही समय पर इलाज नही मिला पाया। साथ ही चार लोगों के नाम एफआईआर में लिखे गये है। जबकि छः लोगों ने घटना को अंजाम दिया। परिजन व ग्रामीणों ने शव को पन्ना के डायमंड चौराहे पर लाकर प्रदर्शन किया औऱ करीब आधा घण्टे प्रदर्शन किया। परिजनो की मांगे थी कि तत्काल प्रभाव से चौकी प्रभारी को निलंबित किया जाए। जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नही होती तब तक सुरक्षा प्रदान की जाए औऱ परिवार वालो को शस्त्र के लाइसेंस दिलवाए जाए एवं कोर्ट में बयान करवाकर सभी छः लोगों पर एफआईआर कर तुरन्त जेल भेज जाए। हालांकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने यह सभी मांगे मान ली औऱ परिजनों व ग्रामीणों को समझा कर शव को गांव भिजवाया।