Oct 4, 2025
इंदौर के पास स्कूल बस में भीषण आग, बच्चे बाल-बाल बचे
कमलेश मोदी इंदौर :इंदौर के निकट सांवेर से धरमपुरी मार्ग पर शुक्रवार दोपहर एक स्कूल बस में अचानक आग लग गई। बस में सवार 25 से अधिक बच्चे थे, जिन्हें चालक और सहायक की तत्परता से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। आग इतनी भयानक थी कि बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन बच्चों के कई बैग और सामान जल गए। यह घटना स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
घटना का विवरण
दोपहर करीब 2 बजे सांवेर क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल की बस धरमपुरी की ओर बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी। अचानक इंजन से धुआं निकलने लगा और कुछ ही पलों में आग की लपटें भड़क उठीं। चालक ने तुरंत बस रोकी और बच्चों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। सहायक स्टाफ ने छोटे बच्चों को गोद में उठाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट या पुराने इंजन की वजह से लगी लगती है। बस 8-10 साल पुरानी बताई जा रही है, जो नियमों के विरुद्ध हो सकती है।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने पानी और मिट्टी फेंककर आग को फैलने से रोका। दमकल विभाग की टीम 15 मिनट बाद पहुंची और आग को पूरी तरह बुझा दिया। सभी बच्चे डरे-सहमें थे, लेकिन चोटिल कोई नहीं हुआ। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है।
अभिभावकों का आक्रोश
बच्चों के अभिभावक स्कूल प्रबंधन पर भड़क गए। उन्होंने बस की पुरानी स्थिति और रखरखाव की कमी पर सवाल उठाए। एक अभिभावक ने कहा, "स्कूल ने पुरानी बस चलाकर हमारी जान जोखिम में डाल दी। सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन क्यों नहीं हो रहा?" कई माता-पिता ने स्कूल पहुंचकर प्राचार्य से बात की और मुआवजे की मांग की। कुछ ने सामूहिक रूप से शिकायत दर्ज करने का फैसला किया।
जांच और भविष्य की चिंताएं
पुलिस और परिवहन विभाग संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में बस के पुराने इलेक्ट्रिकल सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। जिला प्रशासन ने सभी स्कूल बसों की विशेष जांच के आदेश दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं पुरानी वाहनों और अपर्याप्त रखरखाव से बढ़ रही हैं। अब सवाल यह है कि क्या यह हादसा स्कूलों को सुरक्षा मानकों पर अमल करने के लिए मजबूर करेगा?