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मध्यप्रदेश : बैतूल जिले का ऐसा गांव जहां 70 सालों से बदहाल व्यवस्थाओं का लगा अंबार

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Aug 10, 2019

शंकर रे : आज भले ही भारत देश की गिनती विकासशील देशों में हो रही हो लेकिन मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के भीमपुर विकासखंड के अंतर्गत आने वाला गोर्खीढाना गाँव आजादी के 72 साल बाद भी विकास से कोषों दूर नजर आता है। यहां के स्कूली बच्चो से लेकर हर ग्रामीण को आज भी बरसात के चार माह अपनी जान को जोखिम में डालकर उफनती हुई नदी को पार करके अपनी जरूरत का सामान लाने जाना पड़ता है।

उफनती हुई नदी को पार करके बच्चे जा रहे स्कूल
दरअसल भैंसदेही विधान सभा के भीमपुर ब्लाक के अंतर्गत आने वाले इस गोर्खिढाणा गांव के करीब से एक नदी बहती है, जिसे पार करने के लिए यहां किसी भी तरह का पुल नहीं बना है जिसकी वजह से यहां के ग्रामीणों को बरसात के मौसम में नदी पार करने का खतरा उठाना पड़ता है। इस गांव के लोग बुनियादी सुविधाओं से भी आज तक महरूम नजर आते हैं। सबसे ज्यादा खराब हालात तो गांव के 6 से लेकर 16 वर्ष तक के तकरीबन 60 उन बालक बालिकाओं के है जिन्हें शिक्षा प्राप्त करने के लिए हर दिन अपनी जान को जोखिम में डालकर कीचड़ भरे कच्चे रास्ते से गुजरकर उफनती हुई नदी को एक दूसरे का हाथ पकड़कर पार करके दो किलोमीटर दूर उत्ति गांव में स्थित स्कूल में जाना पड़ता है।

प्रशासनिक स्तर पर नहीं हुआ कोई भी काम
ऐसा नहीं है कि इस गांव के हालात से प्रशासन ओर जन प्रतिनिधि वाकिफ नहीं हैं लेकिन आज तक ना तो जन प्रतिनिधियों ने इस गांंव की समस्या के लिए कोई कारगर पहल की और न ही प्रशासनिक स्तर पर कोई कार्य योजना बनाकर इन ग्रामीणों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए कोई कदम उठाए।

70 साल बाद भी ग्रामीण जूझ रहे समस्या से..
ग्रामीणों की माने तो गोर्खिढाणा गांव में आजादी के 70 साल बाद भी यह लोग आज भी उसी समस्या से जूझ रहे हैं लेकिन समस्या जैसी की तैसी बनी हुई है। कई बार ग्रामीणों ने पुलिया निर्माण हेतु जनप्रतिनिधि से लेकर क्षेत्र के विधायक से भी गुहार लगाई लेकिन ग्रामीणों की समस्या का समाधान ना तो जनप्रतिनिधियों ने किया और ना ही क्षेत्रीय विधायक ने।

ग्रामीण क्षेत्रों में समस्याओं का लगा अंबार
वहीं इस पूरे मामले में ग्रामीणों का कहना हैं कि गोर्खिढाणा गांव के ग्रामीणों का सिर्फ चुनाव के समय वोट लेने के लिए जनप्रतिनिधि उन्हें विकास का लालच देते हैं लेकिन आप स्वयं देखें कि गांव की स्थिति क्या है। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वर्तमान विधायक भी जब से चुनाव जीते हैं तब से एक भी बार वह इस गांव में नहीं आए हैं जबकि ग्रामीणों ने उन्हें इस गांव से भारी मतों से जिताया है तो आप देख सकते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में किस तरह से समस्याओं का अंबार लगा हुआ।