Nov 20, 2025
नरसिंहपुर में राजकीय सम्मान के साथ शहीद इंस्पेक्टर आशीष शर्मा पंचतत्व में विलीन, सीएम मोहन यादव ने दिया कंधा
नरसिंहपुर। बालाघाट में नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त पुलिस इंस्पेक्टर आशीष शर्मा का गुरुवार को उनके पैतृक गांव बोहानी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं अंत्येष्टि में शामिल हुए और शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। इस दौरान उन्होंने शहीद के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा भी की।
हजारों लोगों की आंखें हुईं नम
शहीद आशीष शर्मा का पार्थिव शरीर गुरुवार दोपहर बोहानी गांव पहुंचा तो पूरा इलाका गमगीन हो गया। घर पहुंचते ही पुलिस बल ने उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया। अंतिम यात्रा मुक्तिधाम तक निकली तो रास्ते में लोग छतों पर खड़े होकर फूल बरसाते रहे। “भारत माता की जय” और “आशीष शर्मा अमर रहे” के गगनभेदी नारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। अंतिम संस्कार में पांच हजार से अधिक लोग शामिल हुए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
मंत्रियों-नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, मंत्री उदय प्रताप सिंह मौजूद रहे। विपक्ष की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी शहीद को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की।
कैसे हुई थी शहादत
बुधवार को मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पुलिस का संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान चल रहा था। बालाघाट के बोर तालाब क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर तीनों राज्यों की टीमों ने घेराबंदी की। नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर आशीष शर्मा सीने में गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शहीद आशीष शर्मा की वीरता को पूरे प्रदेश में सलाम किया जा रहा है।
Martyr Ashish Sharma, Narsinghpur Funeral, CM Mohan Yadav, Naxal Encounter, Madhya Pradesh Police







