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अभी-अभी:

जवाब नहीं देने वालों को बुला सकता है आयकर विभाग

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Feb 19, 2017

इंदौर.नोटबंदी के दौरान बैंक खातों में हुए संदिग्ध जमा को लेकर आयकर विभाग ने इंदौर में करीब 15 हजार नोटिस जारी किए थे, इसमें से चार हजार जमाकर्ताओं ने जवाब नहीं दिया। इनके द्वारा जमा की गई राशि को आयकर विभाग संदिग्ध मान रहा है। अब इन्हें ऑनलाइन के बजाय मैन्युअल नोटिस भेजा जाएगा, जिसका इन्हें खुद या अपने प्रतिनिधि के माध्यम से असेसमेंट ऑफिसर के सामने जवाब देना होगा।

जवाब से संतुष्ट नहीं हुए तो लगेगी पेनल्टी
विभाग जवाबों से संतुष्ट नहीं होता है तो संबंधित जमाकर्ता पर आईटी के नए एक्ट के तहत पेनल्टी लगेगी या जमाकर्ता इस राशि पर 50 फीसदी टैक्स राशि देकर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इस आय को घोषित कर सकेगा। विभाग इसी माह के अंत तक यह नोटिस जारी कर देगा, ताकि इस योजना की 31 मार्च को खत्म हो रही तारीख तक संंदिग्ध जमाकर्ता शामिल होने की घोषणा कर सकें।


आईटी रिटर्न प्रोफाइल नहीं मिलने वालों को ही नोटिस
- आयकर विभाग साफ कर चुका है कि नोटिस देने में मुख्य रूप से आईटी रिटर्न प्रोफाइल को ध्यान में रखा गया है।

- अगर कोई सामान्य रूप से 10 लाख की सालाना आय दिखाकर बराबर टैक्स भर रहा है तो उसके द्वारा पांच लाख रुपए जमा करने पर भी नोटिस नहीं दिया गया है।

- वहीं, कोई तीन लाख रुपए की आय का रिटर्न भर रहा है और वह दो-ढाई लाख रुपए एक साथ जमा करा रहा है, जो पहले उसने नहीं कराए हैं तो उसे भी नोटिस जारी किया गया है।


आयकर के पास है जमाकर्ताओं की सारी डिटेल
- नोटबंदी के दौरान इंदौर में करीब सात हजार करोड़ की राशि पुराने नोट में जमा हुई थी। इसमें से करीब 80 फीसदी राशि तो नोटबंदी के 10 दिन में ही जमा हो गई थी।

- आयकर ने कोर बैंकिंग सिस्टम से मिली जानकारी के अनुसार पाया है कि कई लोगों ने अलग-अलग खातों में दो-दो लाख रुपए करके पांच-दस लाख तक जमा किए थे।

- कोर बैंकिंग सिस्टम में एक ही पैन से जुड़े होने के कारण आईटी के पास जमाकर्ता की पूरी जानकारी पहुंच गई है।

जो जवाब आए उनकी हो रही स्क्रूटनी
- अधिकांश लोगों ने आयकर विभाग को ऑनलाइन, मेल के जरिए नोटिस का जवाब दे दिया है।

- इसमें लोगों ने विभाग द्वारा दिए गए फॉर्मेट के तहत राशि को बचत या व्यापार से कमाई बताते हुए ऑनलाइन सबमिट कर दिया है।

- विभाग अब इन जवाबों की स्क्रूटनी करने में लग गया है। यदि जवाब में पर्याप्त सबूत रहेंगे तो ‌विभाग इन्हें मान्य कर लेगा, नहीं तो ऐसे लोगों को भी नोटिस देकर विभाग में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।


- 07 हजार करोड़ से ज्यादा जमा हुए नोटबंदी के दौरान 
- 80 फीसदी राशि 10 दिन में ही हो गई थी जमा 
-  2-2 लाख करके 5 से 10 लाख तक किए जामा