Mar 20, 2018
जवा ब्लॉक की 36 नल जल योजना में सिर्फ चार नल जल योजना आंशिक रूप से चालू है बाकी 42 नल जल योजना बंद पड़ी हुई है जिसकी शिकायत जनपद सदस्य रामनरेश तिवारी द्वारा कई बार उच्च अधिकारियों एवं SDM जिला कलेक्टर से की गई लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
नल जल योजना को लेकर सिरमौर विधायक दिव्यराज जी ने विधानसभा तक में आवाज उठाई लेकिन कोई सफलता हासिल नहीं हुई विधायक जी के विधानसभा कराने के बाद सिर्फ चार ही नल जल योजना आंशिक रूप से चालू हो पाई जबकि ऑन रिकॉर्ड 36 नल जल योजना चालू दिखाई जा रही हैं।
जवा तहसील का कार्यालय सिर्फ कागजों में चल रहा
प्राकृतिक व सरकारी दोनो तरह के अधिकांश जल स्रोत पूरी तरह सूख चुके है मरम्मत व राइजर पाइप के अभाव में सरकारी हैंड़पम्प हवा उगल रही है जल स्तर दिनों दिन गहराता जा रहा है ग्रामीण इलाकों के जवा तहसील के कई गांवों में भी बूँद बूँद पानी के लिए जनता किलोमीटरों की लम्बी दूरी तय करने को विवश है।
जबकी जबाबदार विभागीय अधिकारियों तथा मरम्मत कार्य का ठेका लेने वाले ठेकेदार व उनके कर्मचारियों का फील्ड में न तो कहीं पता रहता है और न ही उत्पन्न जल संकट के समाधान हेतु उनके पास अभी तक कोई ठोस कार्य योजना बन पाई है जमीनी हकीकत यह है की विभागीय हैंड़पम्प व नल जल योजनाएं केवल प्रदर्शनी बनकर रह गयी है वहीं कई गांवों में जिनसे लोगो को कोई सुविधा मुकम्मल नही हो पा रही है वहीं जब इस विषय पर SDM से बात की गई तो उनका कहना है की सूखे व खराब हैण्डपम्पों का सर्वे करने के लिए PHE SDO को मेरे द्वारा निर्देशित किया गया है।
संकट ग्रस्त क्षेत्रो में शीघ्र ही व्यवस्था ठीक कर दी जाएगी हर हाल में जनता को पानी मुहैया कराया जाएगा ठेकेदार की उदासीनता प्रमाणित होने पर ठेका निरस्त एवं ब्लैक लिस्टेड करने की कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी लेकिन सवाल काबिले गौर है कि अभी तक विभाग द्वारा खराब व बंद पड़े सरकारी जल स्रोतों का चिन्हांकन कर आँकड़े ही नही जुटाया जा सका तो सुधार कार्य कब कराया जाएगा।
जैसा की एस डी यम स्वयं स्वीकार करते है की बंद पड़े हैंड़पम्प के सर्वे के लिए उनके द्वारा कहा गया है अभी फरवरी के महीने में जब पानी के मामले में स्थिति इतनी भयावह हो चुकी हैं तो यदि समय रहते शाशन प्रशासन ने इस ओर ध्यान नही दिया तो गर्मियों के समय हालात बेशक बेकाबू हो जायेंगे इससे नकारा नहीं जा सकता।