Aug 16, 2019
इरफान खान : विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों को देशभक्ति का पाढ़ पढ़ाया जाता हैं और देश पर मिटने वाले महापुरुषों की गाथा सुनाई जाती है। इन बच्चों में देशभक्ति की भावना विकसित करने वाले शिक्षक ही देशभक्ति को भूलते जा रहे हैं। ऐसी ही बानगी शहड़ोल के शासकीय प्रथमिक विद्यायल धनपुरी देखने को मिली जहां ध्वजारोहण के दो दिन बाद तक तिरंगा झंडा नहीं उतरा गया। सूर्यास्त के से पहले ही झंडा उतारने की बजाय उसे स्कूल परिषर में लगा रहने दिया गया और दूसरे दिन भी उसी तरह ध्वज लहराता रहा।
देशभर में धूमधाम से मनाए जाने वाले स्वतंत्रता दिवस पर शहड़ोल जिले के शासकीय प्रथमिक विद्यालय धनपुरी में ध्वजारोहण तो किया गया लेकिन सूर्यास्त से पहले ही झंडा उतारने की बजाय उसे स्कूल परिषर में लगा रहने दिया गया और दूसरे दिन भी उसी तरह ध्वज लहराता रहा। इसकी सुध न तो विद्यालय के शिक्षक ने ली और न हि कर्मचारियों ने ली। जिम्मेदार दूसरे दिन अपनी मस्ती में डूबे रहे। आलम यह रहा कि दूसरे दिन भी राष्ट्रीय ध्वज लहराता रहा। जबकि राष्ट्रीय ध्वज सूर्यास्त के पहले उतार लिया जाना चाहिए।