Dec 9, 2018
सचिन राठौड़ - जिले में दिखाई देने लगा गर्मी में होने वाले जल संकट के आसार ग्रामीण क्षेत्रों में कई हेड पंप मैं अभी से पानी आना हुआ बंद गर्मी का मौसम अभी दूर पीएचई विभाग के जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह कम होते जलस्तर को लेकर सर्वे शुरू किया गया है। जिम्मेदार कई हैंडपम्प अभी से तोड़ चुके है दम इस वर्ष कम हुई वर्षा के चलते जल संकट के आसार अभी से दस्तक देने लगे बारिश का मौसम बीते अभी कुछ ही समय बिता है। लेकिन गर्मी में पड़ने वाला जलसंकट अभी से साफ़ दिखाई दे रहा है औसत जिले में मई माह में जिले में 32 से 33 मीटर जल स्तर की स्थिति रहती है लेकिन इस बार इस से भी कम रहने की आशंका है।
ग्रामीण क्षेत्रों की बात करे तो अभी से हैंडपम्प जवाब देने लगे है कई हैंडपम्प ऐसे है जिनमे पानी आना लगभग बन्द हो गया है विभाग इसे जलस्तर की गिरावट मान रहा है साथ ही गर्मी के मौसम में जलस्तर की स्थिति को लेकर विभाग द्वारा अभी से सर्वे शुरू कर उन स्थानों को चिन्हित करना शुरू कर दिया गया है जंहा जलसंकट हो सकता है जवाबदार ये भी मानते है के जहां केनाल का पानी पंहुच रहा है वहां सिचाई से जलस्तर पर प्रभाव नही पड़ेगा लेकिन ग्रामीण क्षेत्रो में हो रही सिचाई जरूर उन क्षेत्रो को प्रभावित करेगा।
हाल फिलहाल रवि का समय चल रहा है और खेतों में सिंचाई की आवश्यकता है लेकिन देखने में यह भी आ रहा है की कई छोटे तालाब दम तोड़ चुके हैं अब देखना है कि इस जल संकट की दस्तक से शासन-प्रशासन किस तरह निपटता है क्योंकि अगर समय रहते तैयारियां की गई तो जल संकट से निपटने में आसानी हो सकती है और अगर देर से जागे तो लोगों को परिणाम भुगतने पड़ेंगे।