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तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क के मौजूदा पनाहगाहों के खिलाफ हो कार्यवाही

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Jan 6, 2018

हाल ही में नई साल के अवसर पर ट्रंप ने पाक के प्रति कडा रूख अपनानें की बात कही। अमेरिका ने आज चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क के विरोध में कोई कार्रवाई और उनके पनाहगाहों का खात्मा नहीं करता तो वह उससे निपटने के लिए सभी विकल्प खुले रख रहा है। अमेरिका ने आतंकवादी समूहों पर कार्रवाई करने में विफल रहने को लेकर पाकिस्तान को दी जाने वाले दो अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता बंद कर दी है जिसके बाद उसने यह चेतावनी दी। अधिकारी ने बताया, निश्चित तौर पर इस खतरे से निपटने के लिए किसी को भी अमेरिका के संकल्प पर संदेह नहीं करना चाहिए और मैं कहूंगा कि सभी विकल्प खुले हैं। कुछ नीति निर्माताओं ने व्हाइट हाउस से पाकिस्तान का गैर नाटो सहयोगी का दर्जा हटाने और उस पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संस्थानों के जरिए दबाव बनाने के लिए कहा है। बहरहाल, अधिकारी ने इनमें से कोई भी विकल्प अपनाने से इनकार कर दिया। ट्रंप ने कहा कि इस समय मैं विशिष्ट कदमों के बारे में नहीं बता सकता। लेकिन किसी को भी इसमें शक नहीं होना चाहिए कि हम इन खतरों से निपटने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी विकल्पों पर गौर कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हम पाकिस्तान के साथ सहयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि तालिबान तथा हक्कानी नेटवर्क के मौजूदा पनाहगाहों के खिलाफ कार्यवाही की जाए तथा अफगानिस्तान में हमले करने की उसकी क्षमता खत्म की जाए। अधिकारी ने कहा, हमारा मानना है कि इस क्षेत्र के भविष्य के लिए पाकिस्तान को इन आतंकवादी तत्वों पर कार्यवाही करने की जरूरत है।