Jun 1, 2020
पीएम मोदी ने कोरोना वायरस को भारत में फैलने से रोकने के लिए 24 मार्च से लॉकडाउन लागू किया था जिसके बाद वायरस का संक्रमण उम्मीद से कम हो गया था लेकिन छूट के बाद सारी मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। बता दें कि, जनता से दिल की बात करने के लिए पीएम मोदी मन की बात करते है। वहीं, मन की बात में कोरोना की वैक्सीन को लेकर बड़े संकेत दिए हैं। मोदी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन पर भारत में हो रहे काम पर दुनिया की नजर है। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी कह चुके हैं कि भारत और अमेरिका मिलकर कोरोना वायरस का टीका विकसित करने में जुटे हुए हैं इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत और अमेरिका मिलकर कोविड-19 की वैक्सीन बनाने में काफी आगे बढ़ चुके हैं जिसके नतीजे जल्द सामने आ सकते हैं।
वैक्सीन को लेकर 25 शब्दों में पीएम मोदी ने रखी अपनी बात
बता दे कि पीएम मोदी ने मन की बात में कोरोना की वैक्सीन को लेकर सिर्फ 25 शब्दों में अपनी बात रखी लेकिन इससे बड़े संकेत मिल रहे हैं। आपको एक-एक कर उसके बारे में बताएंगे। उससे पहले पीएम मोदी ने इस पर क्या कहा ये जान लीजिए।
वैक्सीन को लेकर देश के युवा वैज्ञानिकों से की थी पीएम मोदी ने अपील
अपने बयान में पीएम ने कहा - "कोरोना की वैक्सीन पर हमारी labs में जो काम हो रहा है उस पर तो दुनियाभर की नज़र है और हम सबकी आशा भी। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 14 अप्रैल को वैक्सीन को लेकर देश के युवा वैज्ञानिकों से बड़ी अपील की थी। तब प्रधानमंत्री ने कहा था, "आज भारत के पास भले सीमित संसाधन हों लेकिन मेरा भारत के युवा वैज्ञानिकों से विशेष आग्रह है कि विश्व कल्याण के लिए, मानव कल्याण के लिए आगे आएं, कोरोना की वैक्सीन बनाने का बीड़ा उठाएं। पीएम मोदी ने 47 दिन बाद फिर से वैक्सीन पर कुछ कहा है तो इससे साफ तौर पर अहम संदेश मिलता है। पीएम ने बात तब कही है जबकि भारत के कई लैब्स वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया में काफी आगे बढ़ चुके हैं तो क्या ये कदम कामयाबी की ओर हैं? इस सवाल का जवाब अभी भले नहीं मिल रहा हो लेकिन आनेवाले दिनों में जल्द ही इस पर ख़ुशख़बरी आ सकती है।